पटियाला
शंभू किसानी मोर्चे में शामिल एक किसान ने हरियाणा पुलिस द्वारा सख्ती किए जाने के बाद मानसिक तनाव के कारण सल्फास (ज़हर) पी लिया। इस घटना के बाद उसकी हालत गंभीर हो गई और उसे तत्काल पटियाला के सरकारी राजेंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर्स के अनुसार, किसान की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज जारी है।
शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर मार्च कर रहे किसानों पर हरियाणा पुलिस द्वारा अचानक सख्ती की गई। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से वहां मौजूद किसान खासे तनाव में थे। इस दौरान जोरा सिंह, जो लुधियाना जिले के खन्ना स्थित गांव रतन खेड़ी का निवासी है और उम्र 50 साल है, पुलिस की इस बर्बरता को देख पाता है कि उसके आत्मविश्वास को गहरा धक्का लगा। मानसिक अवसाद के चलते जोरा सिंह ने एक हताशा की स्थिति में सल्फास पी लिया।
किसान नेता सुरजीत सिंह फुल ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह घटना बहुत ही दुखद है। उन्होंने कहा कि “किसान शांतिपूर्वक अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें बुरी तरह से पीटा। इस घटना को देखकर जोरा सिंह, जो अपनी भूमि के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा था, मानसिक रूप से टूट गया और उसने सल्फास पी लिया।”
फुल ने आगे कहा कि “हमारे किसान भाइयों पर इस तरह की हिंसा दुखद है। हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और सरकार से अपील करते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।” जोरा सिंह की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि वे पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल उसकी हालत स्थिर नहीं हुई है। उसे तुरंत इलाज के लिए भर्ती किया गया और चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया है। डॉक्टर उसकी स्थिति पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं।
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