चंडीगढ़
पंजाब के सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने शनिवार को केंद्र सरकार से युवाओं को नशीली दवाओं की लत का शिकार होने से बचाने के लिए एंटी-ड्रोन तकनीक की प्राथमिकता के आधार पर तैनाती का आग्रह किया।
उन्होंने पाकिस्तान से ड्रग्स आपूर्तिकर्ताओं, पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में युवाओं की भर्ती और भारत की जेलों से संचालित ड्रग माफियाओं के बीच संबंधों पर भी प्रकाश डाला। साहनी ने कहा कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर ड्रोन के जरिए ड्रग्स की घुसपैठ चिंता का गंभीर विषय है।
उन्होंने कहा, ''हमें ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।'' उन्होंने कहा कि भारतीय शहरों और नाइट क्लबों में नशीली दवाओं की आसान उपलब्धता युवाओं को दीमक की तरह खा रही है।
उन्होंने कहा, "हमें आपूर्तिकर्ताओं पर नकेल कसने, दवा की उपलब्धता पर सख्त नियंत्रण और दवा पुनर्वास केंद्रों के लिए समर्थन बढ़ाकर युद्ध स्तर पर नशीली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए सभी स्तरों पर मजबूत और ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है।"
साहनी ने नशीली दवाओं की तस्करी और तस्करी से लड़ने के लिए एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स और राज्य के विशेष ऑपरेशन सेल की स्थापना के लिए केंद्र सरकार और पंजाब सरकार के प्रयासों की भी सराहना की।
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