बांदा
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी के मामले में लापरवाही बरतने पर जेलर और दो डिप्टी जेलरों को सस्पेंड कर दिया गया है। सस्पेंड किए गए अधिकारियों में जेलर योगेश कुमार तथा डिप्टी जेलर राजेश कुमार और अरविंद कुमार शामिल हैं। इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। जिस दिन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया, उसी दिन मुख्तार अंसारी ने अदालत में खुद को जहर देने की साजिश की आशंका जताई थी। मुख्तार की सुरक्षा सुनिश्चित करने में लापरवाही बरतने के कारण यह कार्रवाई की गई। बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर तीनों अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है।
जानकारी के मुताबिक, मुख्तार अंसारी को लाने के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने में लापरवाही बरतने के कारण दोनों अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। बता दें कि ऐंबुलेंस केस में मुख्तार अंसारी को गुरुवार को कोर्ट में पेश होना था लेकिन वह कोर्ट नहीं पहुंचा। वकील के माध्यम से जज को प्रार्थना पत्र भेजकर उसने बांदा जेल में अपनी जान को खतरा बताया। पत्र में लिखा कि 19 मार्च को मुख्तार अंसारी को जो भोजन दिया गया था, उसमें कोई विषैला पदार्थ मिला हुआ था। इसे खाने के बाद वह बीमार हो गया था। हाथ पैर की नसों में तेज दर्द उठने लगा और हाथ पैर ठंडे होने लगे। पत्र में यह भी लिखा है कि मुख्तार की हालत ऐसी हो गई थी, जैसे उसकी मौत हो जाएगी।
मुख्तार ने कहा कि बांदा कारागार में उसकी जान को खतरा है इसलिए मेडिकल बोर्ड का गठन कर उसका इलाज कराया जाए। बांदा के डिप्टी जेलर ने भी कोर्ट में हाजिर होकर मुख्तार अंसारी के बीमार होने की जानकारी दी।
More Stories
संभल और चंदौसी में चल रही खुदाई में रोज नए-नए खुलासे हो रही हैं, हर दिन नई-नई चीजें मिल रही, लंबी सुरंग मिली
सड़क दुर्घटना में 2 युवकों की मौत के बाद रतलाम जिले के बाजना में सड़क दुर्घटना के बाद उपजे तनाव ने उग्र रूप लिया
नाथ संप्रदाय ने दुनिया को योग का वास्तविक अर्थ समझाया : मुख्यमंत्री डॉ. यादव