कर्नाटक
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के बारे में भविष्य में फैसला करेगी। उनकी इस टिप्पणी के साथ ही राज्य में नेतृत्व परिवर्तन का मुद्दा एक बार फिर उभर कर सामने आ गया है। पिछले साल मई में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सिद्धरमैया और शिवकुमार दोनों मुख्यमंत्री पद की होड़ में थे और कांग्रेस ने शिवकुमार को राजी करते हुए उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया था। उस समय ऐसी कुछ खबरें थीं कि "बारी-बारी से मुख्यमंत्री पद'' को लेकर एक समझौता हुआ है, जिसके तहत शिवकुमार ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन पार्टी ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है।
पुजारी ने अपनी इच्छा जतायी
एक स्थानीय मंदिर में दर्शन के दौरान एक पुजारी ने प्रार्थना की कि शिवकुमार को भगवान का आशीर्वाद मिले और वह मुख्यमंत्री बनें। विधानसभा कार्यकाल के बीच में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच, यहां उत्तर कन्नड़ जिले में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान शिवकुमार ने नेतृत्व विषय पर राजनीतिक हलकों में चर्चा के मुद्दे पर जवाब दिया। विगत में, उन्होंने मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा खुलकर जतायी थी। शिवकुमार ने कहा, ‘‘अगर कोई पुजारी पूजा के समय भगवान के सामने अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं तो इसमें क्या गलत है? पुजारी ने अपनी इच्छा जतायी है। अब सिद्धरमैया मुख्यमंत्री हैं, मैं उनके तहत उपमुख्यमंत्री के तौर पर काम कर रहा हूं, साथ ही मैं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी काम कर रहा हूं। लोग इसके बारे में बोलते हैं और यह इच्छा जताना (शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनना चाहिए) अलग बात है, यह हमारी पार्टी तय करेगी।
उन्होंने कहा, "अब हम सभी सिद्धरमैया के नेतृत्व में काम कर रहे हैं और हमारी इच्छा है कि राज्य उनके नेतृत्व में प्रगति करे।'' शिवकुमार ने कहा, ‘‘समर्थकों और पुजारियों सहित ऐसे कई लोग होंगे, जो हमारे लिए प्रार्थना करते हैं, वे अपनी राय सामने रखेंगे। क्या हम उन्हें ऐसा करने से रोक सकते हैं? उन्होंने (पुजारी ने) भगवान के सामने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं।"
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