जबलपुर
अब मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान (मेडिकल) विश्वविद्यालय से संबद्ध प्रदेश भर के कालेजों में जिस दिन परीक्षाएं खत्म होंगी, उसके अगले दिन से ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन उसी सेंटर में आरंभ हो जाएगा। यह पेरीफेरल-स्कैनिंग के तहत होगा और इसे कार्यपरिषद ने हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही अब केंद्रीयकृत मूल्यांकन की योजना है।
परीक्षा वाले दिन ही स्कैन हो जाएगी कॉपी
यह सेंट्रल एसेसमेंट प्रोग्राम का हिस्सा है। इसमें जिस सेंटर में परीक्षा होगी, उसी दिन कापी स्कैन हो जाएगी, चूंकि मेडिकल विश्वविद्यालय में डिजिटल वेरिफिकेशन होता है, अत: उसी दिन कॉपी अपलोड हो जाएगी। विश्वविद्यालय के अभिनव प्रयास से प्रदेश के उन हजारों विद्यार्थियों को फायदा होगा, जो विभिन्न कॉलेजों से चिकित्सा विज्ञान, होम्योपैथी व आयुर्वेदिक की पढ़ाई कर रहे हैं। बता दें, मेडिकल विश्वविद्यालय से प्रदेश के करीब 500 कालेज संबद्ध हैं। इस नई व्यवस्था से मूल्यांकन के काम में गति आएगी, साथ ही समय बचेगा। परीक्षा परिणाम के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके बाद विद्यार्थियों का शैक्षणिक कैलेंडर भी प्रभावित नहीं होगा।
पहले ऐसी होती थी कॉपी की जांच
अब तक मेडिकल विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में सेंटर से कॉपी विश्वविद्यालय को भेजी जाती थी, फिर स्कैनिंग होती थी। कोडिंग होती थी, फिर डिकोडिंग की प्रक्रिया अपनाई जाती थी। इसमें 20 से 25 दिन का समय लग जाता था। इसके बाद फिर मूल्यांकन कार्य आरंभ होता था।
परिणाम के इंतजार में बीत गए पांच माह
अभी पुरानी पद्धति से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के कारण सत्र 2022-23 नर्सिंग संकाय प्रथम वर्ष की परीक्षाओं को पांच माह से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन नतीजों के इंतजार में विद्यार्थी बैठे हुए हैं।
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