मुंबई
जी एंटरटेनमेंट और सोनी के बीच 10 अरब डॉलर की डील टूटने से मुकेश अंबानी के हाथ जैकपॉट लग सकता है। अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने डिज्नी स्टार को खरीदने की डील की है। लेकिन जी और सोनी की डील टूटने से डिज्नी स्टार को आईसीसी के मीडिया राइट्स से भारी नुकसान हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो अंबानी उसकी वैल्यूएशन को दो अरब डॉलर तक कम कर सकते हैं। दरअसल सोनी के साथ डील टूटने के बाद जी ने आईसीसी के साथ 1.5 अरब डॉलर की सब-लाइसेंसिग डील को पूरा करने में असमर्थता जताई है। उसका कहना है कि आईसीसी टीवी के साथ डिज्नी स्टार का कॉन्ट्रैक्ट जी और सोनी के सफल मर्जर पर निर्भर था। हालांकि डिज्नी स्टार ने जी के इस दावे पर सवाल उठाए हैं। आईसीसी राइट्स की बिडिंग में शामिल एक दिग्गज मीडिया कंपनी के अधिकारी ने कहा कि आईसीसी डील से डिज्नी स्टार को 1.5 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है।
एक सूत्र ने बताया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज और डिज्नी के बीच चल रही बातचीत में शामिल लोगों की सोनी-जी मर्जर पर नजर थी। इसकी वजह यह थी कि आईसीसी टीवी की डील इससे जुड़ी हुई है। इसका डिज्नी स्टार की वैल्यूएशन से सीधा संबंध है। मुकेश अंबानी अपनी मीडिया बिजनस में डिज्नी स्टार का मर्जर करना चाहते हैं। एक सूत्र ने कहा कि रिलायंस ने डिज्नी स्टार की वैल्यूएशन के लिए दो सीनेरियो तैयार कर रखे थे। इनमें में एक में आईसीसी टीवी राइट्स को शामिल किया गया था और दूसरे में इसे शामिल नहीं किया गया था। अगर डिज्नी स्टार को डिजिटल राइट्स के अलावा आईसीसी टीवी डील को भी सर्व करना पड़ा तो इससे कंपनी की वैल्यूएशन में दो अरब डॉलर की कमी की जा सकती है।
टैरिफ में बढ़ोतरी
पिछले हफ्ते आईसीसी ने इस बात की पुष्टि की थी कि डिज्नी स्टार आईसीसी अंडर19 मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप 2024 की टीवी और डिजिटल कवरेज स्टार स्पोर्ट्स और डिज्नी+ हॉटस्टर पर करेगी। डिज्नी स्टार ने हाल में अपने टैरिफ में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की है जबकि उसे बीसीसीआई के मीडिया राइट्स से हाथ धोना पड़ा है। कंपनी ने टैरिफ में बढ़ोतरी में आईसीसी की टीवी राइट्स डील को शामिल किया है। डिज्नी स्टार और रिलायंस ने इस पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। इससे पहले ईटी ने खबर दी थी कि रिलायंस और वॉल्ट डिज्नी ने वायकॉम18 और डिज्नी स्टार को मर्ज करने के लिए नॉन-बाइंडिंग टर्म शीट पर साइन किए हैं।
अगर रिलायंस और डिज्नी की डील आगे बढ़ती है तो इससे देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी बनेगी। मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी का कंबाइंड रेवेन्यू करीब 25,000 करोड़ रुपये का होगा। सोनी और जी ने भी मर्जर के बाद देश की सबसे बड़ी ब्रॉडकास्टिंग कंपनी बनने का सपना देखा था लेकिन सोनी ने हाल में इस डील की खत्म कर दिया। सोनी ने साथ ही 90 करोड़ डॉलर की फीस भी मांगी है। इस बीच जी ने इस जापानी कंपनी को कोर्ट में घसीटने की धमकी दी है। इस डील के टूटने से मंगलवार को जी के शेयरों में करीब 31 फीसदी गिरावट आई थी।
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