ओट्टावा
भारत से बढ़ते तनाव के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो हिंदू राग अलापने लगे हैं। यही नहीं, वह मंदिरों के चक्कर भी लगाने लगे हैं। ट्रूडो ने खुद एक्स पर वीडियो शेयर कर इस बारे में बताया। दीपावली के मौके पर जस्टिन ट्रूडो कुछ मंदिरों में पहुंचे और दीया भी जलाया। इसके अलावा उन्होंने जलेबी भी खाई। इस मौके पर उन्होंने हिंदुओं का साथ नहीं छोड़ने की बात कही। गौरतलब है कि भारत और कनाडा के रिश्ते पिछले कुछ दिनों से सामान्य नहीं हैं। कनाडा ने भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था। पिछले कुछ दिनों में कनाडा ने भारत पर साइबर जासूसी करने और गृह मंत्री अमित शाह पर भी कुछ आरोप लगाए हैं।
इस बीच कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक्स पर वीडियो शेयर किया है। इसमें वह हिंदू मंदिरों में जाते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि ट्रूडो इस दौरान कनाडा में हिंदू समुदाय से मिल रहे हैं। वह इस दौरान एक दीपक भी जला रहे हैं और सभी को हैप्पी दिवाली बोल रहे हैं। इससे पहले ट्रूडो ने कहाकि दिवाली अंधकार पर उजाले की विजय का त्योहार है। हमें अपनी जिंदगियों में और रोशनी की जरूरत है।
दीपावली के मौके पर दिए अपने संदेश में ट्रूडो ने कनाडाई हिंदुओं के प्रति खड़े रहने की बात कही। उन्होंने भारतीय समुदाय के बीच दिवाली के महत्व के बारे में भी बताया। ट्रूडो ने एक्स पर पोस्ट में कहाकि आज हिंदू, सिख, बुद्ध और जैन परिवार दीपावली मनाएंगे। आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं। उन्होंने कहाकि हम कनाडा में रहने वाले सभी हिंदुओं की रक्षा के लिए दृढ़प्रतिज्ञ हैं। ट्रूडो का यह संदेश ऐसे वक्त में आया है जब कनाडाई सांसद चंद्रा आर्या ने हिंदुओं को खालिस्तानियों से खतरे की आशंका जताई थी। उन्होंने सरकार से अपील की थी कि खालिस्तानियों से पैदा होने वाले खतरे की तरफ ध्यान दें।
गौरतलब है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा निज्जर की हत्या में शीर्ष भारतीय अधिकारियों की संलिप्तता के आरोप लगाए जाने के बाद से भारत और कनाडा के संबंधों में खटास पैदा हो गई है। भारत ने इन आरोपों को खारिज किया है। कनाडा के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि गृह मंत्री अमित शाह ने कनाडा के अंदर सिख अलगाववादियों को निशाना बनाकर हिंसा, धमकी और खुफिया जानकारी जुटाने का अभियान चलाने का आदेश दिया था। भारत ने इन आरोपों को बेतुका और निराधार करार दिया है।
भारत का कहना है कि दोनों देशों के बीच मुख्य मुद्दा यह है कि कनाडा खालिस्तान समर्थक तत्वों को बिना किसी रोक-टोक के उसकी धरती से गतिविधियों को अंजाम देने की अनुमति दे रहा है। भारत ने पिछले माह कनाडा के आरोपों को खारिज करते हुए छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था और अपने उच्चायुक्त संजय वर्मा एवं कुछ अन्य राजनयिकों को कनाडा से वापस बुला लिया था।
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