फलों का ताज़ा रस (फलों का रस) पौष्टिकता के लिए फायदेमंद हो सकता है। इससे विटामिन, वैल्युएशन और हाइड्रेशन एकसाथ मिलता है। यह ऊर्जा देने का काम भी करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजाना पीने के लिए कौन सा उत्पाद सबसे अच्छा है। अगर नहीं पता तो हम आपको बता देते हैं कि आप रोजाना स्पेशल फूड कैसे पी सकते हैं।
फलों का रस (आंवला जूस) सुबह खाली पेट से लेकर शाम तक कभी भी पी सकते हैं। बस इसे रात में पीने से बचना चाहिए। क्योंकि इसकी तासरी अनोखी है और रात में यह ठंडा और खराब हो सकता है। लेकिन जब मसाला ठंडा होता है तो इसे कैसे पीएं? इसके लिए हम आपको एक खास रेसिपी बता रहे हैं जिसे आप किसी भी सीजन में अपना सकते हैं। इससे आपको बहुत ज्यादा फायदा होगा।
स्पेशलिस्ट स्टाफ की बेस्ट रेसिपी 2-3 स्पेशलिस्ट ढोकर कट लें।
यूक्रेनी गुठली अलग निकाल लें।
अंत से एक टैंकर पानी के साथ ब्लेंड कर लें।
जब यह अच्छा तरह मिल जाए तो इसे अच्छा कर अच्छा अलग कर लें।
ध्यान रखें कि आप इसे गुड के साथ भी पी सकते हैं। ऐसे बढ़ती रहेगी बढ़ोतरी।
इसके खटास और तासीर को काली मिर्च का पाउडर बनाने के लिए इसमें शामिल करें।
थोड़ा सा खाया और फिर सेवन करें।
हड्डियां बनेंगी मजबूत, ज्यादातर लोग जानते हैं कि जड़ी-बूटियों के अंदर विटामिन की भरमार होती है। मगर लोगों को नहीं पता कि यह कैल्शियम की महान खुराक भी देता है। विज्ञान निर्देशकों का कहना है कि ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी के खिलाफ रसायन विज्ञान का रस प्रभावी पाया गया है। इस बीमारी में अस्थियों की ताकत खो जाती है और उनकी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
पूरे शरीर के लिए सबसे अच्छा है ये चेहरा दिखने वाला युवा उम्र बढ़ने पर चमड़े का पैर कम हो जाता है। इसकी वजह ज्यूर्रिअन्स, डांग, ग्लूनेस, डार्क सर्कल और स्किन बेजान हो सकती है। जड़ी-बूटियों के अंदर विटामिन सी होता है जो कोलेज का उत्पादन पुनः प्राप्त होता है। आपकी वजह से स्किन जवानी जैसी दिखती है और लोगों की उम्र का कोई फर्क नहीं पड़ता।
दिल के लिए स्टाफ़ का स्टाफ़ से बचाव का काम करता है। कुछ अध्ययन में कहा गया है कि इसका सेवन करने से एथर जेनेटिक वैज्ञानिकों की कमी आती है। यह वैज्ञानिको के जमने की संभावना के बारे में बताया गया है। पुराने न जमने से नसें तंदुरुस्त रहते हैं और दिल का स्वास्थ्य भी बना रहता है।
इम्युनिटी को बढ़ावा देने के लिए वनस्पतियों में मौजूद विटामिन सी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम किया जाता है। यह फ्री रेडिकल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी माइक्रोबियल की प्राप्ति है। जिस वजह से इंटरनेट सिस्टम का प्रभाव बढ़ा हुआ है। आप बीमारी से दूर रहते हैं और स्वस्थ जीवन जीते हैं।
More Stories
दिल्ली प्रदूषण से बचाव के लिए 5 हेल्दी फूड्स: फेफड़ों को साफ और मजबूत बनाने में मददगार
विंडोज 10 में बिल्ट-ईन ऐप्स को ऐसे कर सकते है अनइंस्टॉल
त्वचा को कोमल बनाने के लिए अपनाएं टिप्स