नईदिल्ली
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से एक बड़ा फैसला किया है. BCCI ने खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट की ओर आकर्षित करने के लिए फीस बढ़ाने के साथ-साथ इंशेटिव राशि बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है.
वहीं एक कैलेंडर ईयर में देश के लिए सभी टेस्ट सीरीज में खेलने वाले खिलाड़ियों को उनके सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के अलावा अतिरिक्त बोनस से भी पुरस्कृत किया जाएगा.
दरअसल, यह कदम ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के डोमेस्टिक क्रिकेट में भाग लेने से इनकार करने के बाद ये फैसला किया गया है. इन दोनों ही खिलाड़ियों ने हाल में इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024) को तरजीह दी थी, इस कारण दोनों ही रणजी मैचों से गायब रहे. बीसीसीआई सचिव जय शाह की कई चेतावनियों के बावजूद इन दोनों ही खिलाड़ियों ने रेड बॉल क्रिकेट से कन्नी काटी.
वहीं ईशान किशन, श्रेयस अय्यर समेत ऐसे खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से पूरी तरह हटाने की बात चल रही है, लेकिन यह देखना बाकी है कि इस सम्बंध में कोई सख्त फैसला लिया भी जाएगा या नहीं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में भारतीय खिलाड़ी को प्रति टेस्ट मैच फीस के रूप में ₹15 लाख, प्रति वनडे ₹6 लाख और प्रति टी20 इंटरनेशनल ₹3 लाख मिलते हैं. ऐसे में अब BCCI के ताजा रुख के बाद टेस्ट क्रिकेट के पे स्ट्रक्चर (Pay Structure) में बदलाव देखने को मिल सकता है.
इसके अलावा, एक कैलेंडर वर्ष में देश के लिए सभी टेस्ट सीरीज में खेलने वाले खिलाड़ियों को उनके सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट फीस के अलावा अतिरिक्त बोनस भी दिया जाएगा.
BCC कब बढ़ाएगा टेस्ट मैच की फीस
वैसे बीसीसीआई की योजना आईपीएल 2024 के बाद टेस्ट मैच फीस में बढ़ोतरी की है. मैच फीस के साथ इंसेटिव स्कीम को आईपीएल 2024 की समाप्ति के बाद बीसीसीआई लागू कर सकता है. भारत ने हालिया इंग्लैंड सीरीज में यह दिखाया है कि वो अपने प्रमुख सितारों के बिना भी आगे बढ़ सकते हैं.
रोहित ने दिया टेस्ट मैच ना खेलने वालों को कड़ा संकेत
रांची टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ जीत दर्ज करने के बाद रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में टेस्ट को तरजीह ना देने वाले खिलाड़ियों पर सख्त बयान दिया था. इस बयान में उन्होंने ना तो ईशान किशन का नाम लिया और नाहीं हार्दिक पंड्या का. लेकिन इस बयान से सीधा मतलब यही निकाला जा रहा है कि रोहित शर्मा ने इन दोनों ही खिलाड़ियों को कड़ा संकेत दिया है. टेस्ट क्रिकेट को तरजीह ना देने वाले खिलाडियों पर भी रोहित शर्मा ने इशारों-इशारों में कड़ा वार किया है.
दरअसल, रोहित ने कहा था, 'टेस्ट सबसे मुश्किल फॉर्मेट है. जिन प्लेयर्स को टेस्ट क्रिकेट की भूख नहीं है, वह देखकर ही मालूम चल जाता है. ऐसे खिलाड़ियों को खिलाने का क्या फायदा? ये बहुत ज्यादा मेहनत करने वालों का फॉर्मेट है.'
रोहित ने कहा कि कई खिलाड़ी (जुरेल, आकाश दीप, सरफराज) तो टीम में भी नहीं रहे, ड्रेसिंग रूम का का हिस्सा नहीं रहे, हमें ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है, जो इंडीविजुअल परफॉरमेंस से आगे टीम को आगे रखते हों. रोहित ने इस दौरान यह भी कहा टेस्ट सीरीज में जीत, टेस्ट सीरीज जीत होती है. इस सीरीज से पहले कई खिलाड़ी मिसिंग (गायब) रहे, ऐसे में वो उनके बारे में बात नहीं करना चाहते हैं.
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