भोपाल.
मध्य प्रदेश के जिन लोकसभा क्षेत्रों से कांग्रेस के पूर्व राष्टÑीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी की यात्रा गुजर रही है, उन क्षेत्रों में कांग्रेस की जीत में बसपा रोड़ा बनी हुई हैं। राहुल गांधी की यात्रा ग्वालियर-चंबल की चार में से तीन लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजर रही है। इन सीटों पर बहुजन समाज पार्टी का भी खासा प्रभाव है। खासकर मुरैना सीट पर लोकसभा के पिछले कुछ चुनाव में यह देखने को भी मिला है, जब कांग्रेस की हार में सबसे बड़ा रोड़ा बसपा ही बनी है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने शनिवार को मुरैना जिले में राजस्थान से प्रवेश किया। मुरैना लोकसभा सीट पर कांग्रेस लंबे अरसे से चुनाव नहीं जीत सकी है। इस सीट पर उसकी टक्कर भाजपा के साथ बसपा से भी होती है। वर्ष 2014 में कांग्रेस यहां से तीसरे नंबर पर पहुंच गई थी। बसपा यहां पर दूसरे नंबर पर रही थी। जबकि पिछले चुनाव में भाजपा की जीत के अंतर से ज्यादा वोट बसपा ले गई थी।
मुरैना में पिछले दो चुनावों की स्थिति
वर्ष 2019 में यहां से कांग्रेस ने रामनिवास रावत को उम्मीदवार बनाया था, जबकि भाजपा की ओर से नरेंद्र सिंह तोमर प्रत्याशी थे। यहां पर इस चुनाव में बसपा ने करतार सिंह को उतारा था। इस चुनाव में बसपा उम्मीदवार को एक लाख 29 हजार वोट मिले थे। जबकि भाजपा के नरेंद्र सिंह तोमर ने यह चुनाव एक लाख 13 हजार के लगभग मतों से जीता था। यानि बसपा को जितने वोट मिले उससे कम वोटों से कांग्रेस इस सीट पर हारी थी। इससे पहले वर्ष 2014 में यहां पर कांग्रेस तीसरे नंबर पर आई थी। उस चुनाव में कांग्रेस ने डॉ. गोविंद सिंह को उम्मीदवार बनाया था, भाजपा की ओर से अनूप मिश्रा प्रत्याशी थे और बसपा के उम्मीदवार वृंदावन सिंह सिकरवार थे। उस चुनाव में सिकरवार दूसरे नंबर पर रहे, उन्हें दो लाख 42 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस को एक लाख 84 हजार वोट मिले थे।
इन सीटों पर भी खूब वोट ले जाती है बसपा
मुरैना के अलावा राहुल गांधी की यात्रा ग्वालियर से गुजर गई है, अब गुना संसदीय क्षेत्र में पहुंचेगी। इन दोनों सीटों पर भी पिछले दो चुनाव में बसपा का वोट बैंक अच्छा खासा रहा है। वर्ष 2019 के चुनाव में ग्वालियर से बसपा ने 44 हजार से ज्यादा वोट प्राप्त किए। वहीं गुना सीट से पिछले चुनाव में बसपा को 37 हजार 350 वोट मिले थे। इसी तरह वर्ष 2014 के चुनाव में ग्वालियर में बसपा ने 68 हजार 196 वोट और गुना में 27 हजार 412 प्राप्त किए थे।
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