उज्जैन.
रेलवे प्रशासन ने उज्जैन रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का प्लान बदल दिया है। अब शिव के त्रिनेत्र के बजाए उज्जैन स्टेशन का भवन शापिंग माल की तर्ज पर बनाया जाएगा। पांच मंजिला बनने वाला नया भवन पूरी तरह एयरपोर्ट की तरह बनेगा। इसमें सभी आधुनिक सुविधाएं रहेगी। 26 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उज्जैन सहित रतलाम मंडल के 14 स्टेशनों का वर्चुअली भूमिपूजन करेंगे।
श्री महाकाल महालोक के बनने के बाद उज्जैन में यात्रियों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। इसे देखते हुए उज्जैन स्टेशन को भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन की तर्ज पर विकसित करने की योजना बनाई गई है। स्टेशन भवन एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया जाएगा। हालांकि रेलवे ने इसका डिजाइन पूरी तरह बदल दिया है।
पूर्व में उज्जैन स्टेशन भवन को शिव के त्रिनेत्र की तर्ज पर बनाया जाना था। मगर अब यह डिजाइन शापिंग माल की तरह कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पांच मंजिला बनने वाले मुख्य स्टेशन भवन में सभी आधुनिक सुविधाएं रहेंगी। जिससे यात्रियों को काफी सुविधा होगी। माधव नगर की ओर बनने वाला भवन चार मंजिला बनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री 26 फरवरी को करेंगे वर्चुअली भूमिपूजन
उज्जैन रेलवे स्टेशन सहित इंदौर, खाचरौद, लिमखेड़ा, मंदसौर, नीमच, दाहोद, मक्सी, सीहोर सहित 14 रेलवे स्टेशनों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 26 फरवरी को वर्चुअली भूमिपूजन करेंगे। स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर आठ पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। शनिवार को सांसद अनिल फिरोजिया रेलवे स्टेशन पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की व्यवस्था का जायजा लेंगे।
800 करोड़ रुपये से होगा कायाकल्प
सांसद फिरोजिया ने बताया कि रेलवे प्रशासन ने स्टेशन के कायाकल्प की योजना तैयार की है। करीब 800 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले उज्जैन रेलवे स्टेशन का विकास पूरी तरह से हवाई अड्डे की तर्ज पर किया जाएगा। इससे भव्य नजर आने के साथ ही यात्रियों को बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी। स्टेशन पर यात्रियों को अच्छा वातावरण देने के अलावा रेस्टोरेंट, शापिंग माल, रेस्ट हाउस बनाया जाएगा। प्लेटफार्म पर महाकालेश्वर मंदिर का प्रसाद, दान काउंटर, सुविधा केंद्र, उज्जैन के प्रसिद्ध कंकु-मेहंदी, नमकीन, भैरवगढ़ प्रिंट के स्टाल लगाए जाएंगे।
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