इंदौर
मंदिर में रामनवमी मनाई जा रही थी. भगवान के जन्म से ठीक पहले मंदिर में आरती की तैयारी हो रही थी. अचानक बावड़ी को कवर कर बना फर्श धंस गया. मेरी आंखों के सामने जितने थे, सभी बावड़ी में समाते चले गए. मैंने अपनी आंखों से मौत का तांडव देखा. मैंने देखा कि कैसे लोग बावड़ी से निकलने को तड़प रहे थे. लाशें तैर रही थी.’ इस हादसे में बुरी तरह से जख्मी बेलेश्वर मंदिर के पुजारी लक्ष्मीनारायण शर्मा ने कुछ इस तरह से घटना की आपबीती बताई.
उन्होंने बताया कि वह 2007 से इस मंदिर में पूजा पाठ कर रहे हैं. कहा कि अपने जीवन में इस तरह का भयानक हादसा उन्होंने कभी नहीं देखा. कहा कि फर्श धंसने पर वह खुद भी नीचे गिरे थे, लेकिन उन्हें तैरना आता है, इसलिए जैसे तैसे वह ऊपर आ गए. लेकिन वहीं पास में कई शव तैर रहे थे. पुजारी ने बताया कि मंदिर में हवन हमेशा से बाहर होता रहा है, लेकिन चूंकि मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है, इसलिए इस बार हवन अंदर रखा गया था.
बता दें कि इस हादसे में अब तक 35 लोगों के शव बाहर निकाले जा चुके हैं. वहीं 18 लोगों को जिंदा निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है. इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि 18 घंटे से जूनी इंदौर थाना क्षेत्र स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.कलेक्टर ने बताया कि हादसे की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इसमें हादसे की वजह का पता लगाने के साथ सरकारी एजेंसियों की भूमिका भी देखी जाएगी.
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह भी पता करने का प्रयास किया जाएगा कि त्वरित कार्रवाई में किन किन अधिकारियों या कर्मचारियों ने लापरवाही बरती. उन्होंने बताया कि हादसे के 15 मिनट के अंदर ही राहत टीम पहुंच गई थी. वहीं जो रस्सी टूटने वाला महिला का वीडियो है वो रेस्क्यू टीम पहुंचने के बाद का है.
रेस्क्यू के लिए बुलानी पड़ी सेना
काफी देर तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद भी जब कोई विशेष लाभ नहीं हुआ तो सेना बुलानी पड़ी. इसके बाद पांच घंटे के अंदर 21 शवों को बाहर निकाला जा सका. वहीं अब तक कुल 35 शव निकाले जा चुके हैं. कलेक्टर के मुताबिक फिलहाल इस रेस्क्यू ऑपरेशन में 140 लोगों की टीम लगी है. इनमें 15 एनडीआरएफ, 50 एसडीआरएफ, 75 आर्मी के जवान शामिल है . उन्होंने बताया कि अब तक 18 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. इनमें 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं 2 लोग मिसिंग हैं.
मृतकों के लिए मुआवजे का ऐलान
हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर से बात कर हालात का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए और घायलों के लिए 50 हजार रुपए मुआवजे का ऐलान किया. साथ ही घायलों के इलाज की खर्च सरकार द्वारा वहन करने की घोषणा की. इसी क्रम में केंद्र सरकार ने भी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजन को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा की गई है.
इंदौर कलेक्टर ने दिया लेटेस्ट अपडेट
इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी ने घटनास्थल पर नवभारत टाइम्स को बताया की हमने 35 शवों की पहचान कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। बावड़ी की तलहटी में एक और शव होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि हादसे में घायल 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो अन्य व्यक्तियों को प्राथमिक इलाज के बाद घर भेज दिया गया। कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन को लापता लोगों की जो सूची मिली थी, उनमें से एक का अब तक पता नहीं चल सका है और उन्हें बावड़ी के भीतर खोजा जा रहा है।
इंदौर पहुंचे सीएम शिवराज
इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह लगभग साढ़े नौ बजे इंदौर पहुंचे, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की। सीएम उस अस्पताल में पहुंचे जहां मंदिर हादसे में घायल हुए लोगों को भर्ती कराया गया है। सीएम ने उनके परिजनों से भी बात की। इसके पश्चात घटनास्थल का दौरा भी करेंगे।
19 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
इंदौर के जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में पिछले 19 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। शुक्रवार सुबह तक कुल 35 शव बरामद किए गए। वहीं अभी और लोगों के कुएं में फंसे की आशंका जताई जा रही। रात 12 बजे से सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन का मोर्चा संभाला। 5 घंटे के अंदर ही सेना ने 21 शव निकाले। सभी मृतकों को एमवाय अस्पताल में भेजा गया, जहां रात में ही उनका पोस्टमार्टम कराया गया।
कैसे हुआ हादसा
मध्य प्रदेश के इंदौर में बेलेश्वर महादेव मंदिर में गुरुवार को रामनवमी की पूजा चल रही थी। इसी दौरान बड़ा हादसा हुआ, जब मंदिर में बनी बावड़ी (कुएं) की छत धंस गई। जिसमें गिरने से अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। जानकारी के मुताबिक, मंदिर में पुराना कुआं था जिसे भरा नहीं गया बल्कि इसकी छत को ढक दिया गया था। इसी छत के धंसने से भीषण हादसा हुआ। कुआं कम से कम 50-60 फीट गहरा और पानी से भरा हुआ था।
रेस्क्यू ऑपरेशन में इसलिए आ रही मुश्किलें
अधिकारियों ने बताया कि मंदिर के संकरी जगह में बने होने के कारण बचाव कार्य में बाधा आई। इस दौरान मंदिर की एक दीवार तोड़ कर पाइप इसके भीतर डाला गया और बावड़ी का पानी मोटर से खींचकर बाहर निकाला गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरानी बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी। पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी एक घंटे तक मौके पर एंबुलेंस नहीं पहुंची थी।
इंदौर के जिलाधिकारी डॉ. टी. इलैयाराजा ने गुरुवार को बताया कि हादसे के तुरंत बाद ही SDRF की मदद से बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। करीब 20 लोगों को बचाया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन ऐसे सार्वजनिक स्थानों को चिह्नित करेगा, जहां इस तरह के हादसे होने की आशंका है।
हादसे पर राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर हादसे पर दुख जताया। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से बात कर हालात की जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि इंदौर में हुए हादसे से बेहद दुखी हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और ताजा स्थिति की जानकारी ली। दु:ख की इस घड़ी में हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। पीएमओ ने एक ट्वीट में कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे। घायलों को पचास-पचास हजार रुपए दिए जाएंगे।
सीएम शिवराज ने किया मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इंदौर मंदिर हादसे पर दुख जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने इंदौर हादसे पर दुख जताया। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। खरगे ने ट्वीट किया कि मध्य प्रदेश के इंदौर में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे से हम सब व्यथित है। त्रासदी में मृत सभी श्रद्धालुओं के परिवारों को हमारी गहरी संवेदनाएं। घायलों को त्वरित और उचित स्वास्थ्य सहायता मिले, इसके लिये हम सरकार और प्रशासन से आग्रह करते है।
राहुल-प्रियंका ने भी हादसे पर जताया दुख
राहुल गांधी ने कहा कि इंदौर में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में उत्सव के दौरान हुए हादसे की खबर बहुत दुखद है। इस दुर्घटना में जिनकी मृत्यु हुई, उनके परिवारजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुए हादसे का समाचार पाकर मन को बेहद दुख पहुंचा। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि राहत और बचाव कार्य में हरसंभव मदद करें।
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