बिलासपुर
ऐसे हृदय रोगी जिनको पेसमेकर लगा है, की सुविधा के लिये दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, सेंट्रल हास्पिटल बिलासपुर के द्वारा 22 वां नि:शुल्क पेसमेकर जांच शिविर का आयोजन 6 जनवरी को सुबह 9 बजे से दोपहर 14.00 बजे तक किया जा रहा है। इसमें रेलवे कर्मचारी तथा अन्य हृदय रोगी जिन्हें हृदय में पेसमेकर लगा हुआ है, विशेष जांच शिविर में भाग ले सकते है।
मानव के हृदय की धड़कन मॉ के गर्भ से शुरू होकर मृत्यु तक साथ देती है। परन्तु कुछ हृदय रोगों के कारण यह धड़कन धीमी हो जाती है, जिससे कि मरीज को चक्कर आने लगता है एवं वह बेहोशी का शिकार भी हो जाता है। ऐसी बीमारियों का स्थायी इलाज पेसमेकर है। पेसमेकर एक छोटा सा इलेक्ट्रानिक यंत्र है जिसका आकार लगभग गले के हार के लॉकेट जितना है। इसे छाती के उपर हिस्से में एक छोटा सा आपरेशन के द्वारा लगाया जाता है। यह यंत्र (पेसमेकर) हृदय की धड़कन को नियंत्रित करता है। इस यंत्र की बैटरी की लाइफ 9 से 10 साल की होती है, परन्तु समय से पहले भी समाप्त हो सकती है। पेसमेकर लगा हृदय पेसमेकर पर कितना निर्भर है यह उसकी बैटरी तय करती है। पेसमेकर की बैटरी की सालाना जांच जरुरी है। जांच के अभाव अथवा लापरवाही के कारण हृदय रोगी किसी दुर्घटना का शिकार भी हो सकते है एवं इसमें जान भी जा सकती है। आमतौर पर एक बार पेसमेकर लगाने के बाद मरीज को इसकी परीक्षण कराने की सुविधा उपलब्ध खास कर छोटे शहरों में नहीं हो पाती है।
इन्हीं बातो को ध्यान में रखकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, सेंट्रल हास्पिटल बिलासपुर द्वारा पिछले 6 सालों से प्रत्येक छ: महीनों में एक बार नि:शुल्क पेसमेकर जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बिलासपुर के अलावा नागपुर, रायपुर, भिलाई, दुर्ग, शहडोल, अम्बिकापुर, कोरबा, रायगढ़, चांपा, कटनी तथा भुवनेश्वर आदि जगहों के रेलवे तथा गैर रेलवे मरीज लाभान्वित हुए है। विभिन्न पेसमेकर कम्पनियों के सहयोग से रेलवे के द्वारा आयोजित किये जाने वाले नि:शुल्क पेसमेकर जांच के प्रत्येक शिविर में लगभग 80 से 90 मरीज पेसमेकर जांच का लाभ उठाते है तथा प्रत्येक शिविर में 3 से 5 ऐसे मरीज मिलते है जिनके शरीर में लगी हुई पेसमेकर की बैटरी समाप्त हो गई रहती है या फिर बहूत ही जल्द समाप्त होने वाली रहती है। इस प्रकार इन 6 सालो में रेलवे के द्वारा नि:शुल्क आयोजित की जाने वाली पेसमेकर जांच शिविर के माध्यम से लगभग हृदय रोग के 30 मरीजो की तात्कालिक उपचार करते हुए जान बचाई गई है।
ऐसे इच्छुक रोगी चाहे वे रेलवे कर्मचारी हो अथवा अन्य हृदय रोगी जिन्हें पेसमेकर लगा है अगर पुराने मरीज है तो पुराने पंजीयन के साथ एवं नये मरीज नि:शुल्क पंजीयन हेतु सेंट्रल हास्पिटल, द.पू.म.रेलवे, बिलासपुर से सम्पर्क कर सकते या नए मरीज अपना नाम आदि दर्ज कराने के लिए मोबाईल नंबर 9752475060 पर भी सम्पर्क कर सकते है। 6 जनवरी शुक्रवार को की सुबह इस शिविर में भाग लेने के इच्छुक सभी लोगों को कोविड उपयुक्त व्यवहार (मास्क का उपयोग) का सख्ती से पालन करना होगा, इस पेसमेकर जांच शिविर में बिना मास्क के अनुमति नहीं दी जायेगी।
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