नई दिल्ली
वित्त मंत्रालय ने क्या बतायावित्त मंत्रालय द्वारा जारी जीएसटी के आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2024 में कुल जीएसटी कलेक्शन 172129 करोड़ रुपये रहा है। सरकार ने एकिकृत जीएसटी संग्रह में से सीजीएसटी 43552 करोड़ रुपये और 37257 करोड़ रुपये एसजीएसटी में दिये है। सरकार ने नियमित निपटान के तहत आईजीएसटी में से सीजीएसटी में 40057 करोड़ रुपए और एसजीएसटी में 33652 करोड़ रुपये दिये है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जनवरी तक 10 महीने में जीएसटी संग्रह 16.69 लाख करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में संग्रहित 14.96 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 11.6 प्रतिशत अधिक है।
क्यों बढ़ रहा कलेक्शनकेंद्र सरकार जीएसटी सिस्टम को लगातार बेहतर बना रही है। इसमें कई तरह से सुधार किए जा रहे हैं। तमाम विपरीत परिस्थितिओं के बावजूद इकोनॉमी में आती मजबूती, त्योहारी सीजन में खरीद और जीएसटी में सरकार की ओर से किए गए सुधार कलेक्शन में हुई बढ़ोतरी के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार हैं।
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2024 में एकत्र किया गया सकल जीएसटी राजस्व रु. 1,72,129 करोड़ है, जो जनवरी 2023 में एकत्र किए गए रु. 155,922 करोड़ के राजस्व से सालाना आधार पर 10.4% की वृद्धि दर्शाता है। यह अब तक का दूसरा सबसे अधिक मासिक जीएसटी संग्रह है और इस वित्तीय वर्ष में तीसरे महीने 1.70 लाख करोड़ रुपये या उससे अधिक का जीएसटी संग्रह किया गया है। उक्त अवधि के दौरान सरकार ने आईजीएसटी संग्रह में सीजीएसटी के रूप में 43,552 करोड़ रुपये और एसजीएसटी मद में 37,257 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया गया।
सरकार के लिए क्यों महत्वपूर्ण है जीएसटी कलेक्शनसरकार के लिए जीएसटी कलेक्शन आय का एक बड़ा स्त्रोत है। इन पैसों का इस्तेमाल सरकारी कार्यक्रमों और जनहित में लाई गई योजनाओं में किया जाता है। जीएसटी कलेक्शन में बढ़ोतरी इकोनॉमी की मजबूती का संकेत होता है। इससे पता चलता है कि लोग के पास पैसा है और वो खर्च भी कर रहे हैं। इससे अर्थव्यवस्था स्वस्थ रहता है।
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