नई दिल्ली
अनुभवी बल्लेबाज के एल राहुल ने कहा है कि वह एक ऐसे संतुलित माहौल में खेलना चाहते हैं, जहां उन्हें पूरी स्वतंत्रता के साथ खेलने का मौका मिले। साथ ही आरसीबी में शामिल होने को लेकर भी राहुल ने अपनी राय रखी है। लखनऊ सुपर जायंट्स ने राहुल को रिलीज़ कर दिया था और अब वह मेगा नीलामी का इंतज़ार कर रहे हैं। कुछ समय पहले ही लखनऊ फ्रेंचाइज़ी के मालिक संजीव गोयनका ने उन खिलाड़ियों को टीम में रिटेन करने की इच्छा जताई थी जिनके पास “जीतने की मानसिकता” हो और जो “अपनी व्यक्तिगत आकांक्षाओं और लक्ष्यों से पहले टीम को महत्व दें।” क्या इस बयान ने किसी तरह राहुल की नीलामी में जाने की इच्छा को प्रेरित किया?
इस सवाल के जवाब में राहुल ने 12 नवंबर को स्टार स्पोर्ट्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “नहीं, मुझे लगता है निर्णय पहले ही लिया जा चुका था और मुझे नहीं पता कि उस बयान में क्या कहा गया था, लेकिन यह शायद रिटेंशन की घोषणा के बाद ही आया होगा। मुझे लगा कि मैं एक नई शुरुआत करना चाहता हूं, अपने विकल्पों को तलाशना चाहता हूं और वहां खेलना चाहता हूं, जहां मुझे थोड़ी स्वतंत्रता मिले और टीम का माहौल अधिक संतुलित हो।”
“आईपीएल में पहले से ही बहुत दबाव होता है। आप गुजरात टाइटंस, चेन्नई सुपर किंग्स और अन्य टीमों को देखते हैं तो ऐसा साफ़ दिखता है कि जब वे जीतते या हारते हैं तो उनका संतुलन बना रहता है और ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत शांत होता है। एक खिलाड़ी के रूप में यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि अगर ऐसा माहौल हो, तो सभी खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का सबसे अच्छा मौक़ा मिलता है।”
राहुल ने कहा,”न कप्तानी मेरे लिए उतना भी ज़रूरी नहीं है कि इसी से आगे की सारी चीज़ें तय हों। मैं बस एक ऐसी टीम का हिस्सा बनना चाहता हूं जिसमें अच्छा वातावरण हो। जहां आपको प्यार, देखभाल और सम्मान मिले और उस वातावरण में फ़्रेंचाइज़ी के हर व्यक्ति का एक ही लक्ष्य हो – जीतना। अगर ऐसा है तो वह मेरे लिए एक आदर्श स्थिति होगी।”
उन्होंने कहा,”हमने एलएसजी में पहले एंडी फ्लावर (हेड कोच) और जीजी (गौतम गंभीर, मेंटॉर) के साथ और फिर पिछले साल नए हेड कोच जस्टिन लैंगर के साथ उस तरह के माहौल को बनाने की कोशिश की। मुझे लगता है कि ड्रेसिंग रूम का वातावरण शानदार था। लेकिन कभी-कभी आपको खु़द के लिए कुछ बेहतर तलाशने के लिए आगे बढ़ने की ज़रूरत होती है।”
राहुल ने 2022 और 2023 में एलएसजी को प्लेऑफ़ तक पहुंचाया था। जब उनसे आईपीएल 2024 को लेकर सवाल किया गया, तो राहुल ने संकेत दिया कि बाहरी दबाव उनके प्रदर्शन में गिरावट का कारण हो सकता है। राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ हार के साथ शुरुआत करने के बाद, उन्होंने लगातार तीन मैच जीते, लेकिन फिर सीज़न के मध्य में उनकी टीम लड़खड़ा गई। इसके बाद उनका प्रदर्शन गिरता गया। हालांकि इस बीच राहुल 136.12 की स्ट्राइक रेट के साथ 520 रन बनाते हुए, अपने टीम के टॉप स्कोरर रहे।
हालांकि इतने रन बनाने के बावजूद राहुल टीम के साथ बने रहेंगे या नहीं इस बात पर संशय था। इसका सबसे बड़ा कारण यह था कि लीग स्टेज में सनराइजर्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ खेले गए एक मैच के बाद राहुल और गोयनका के बीच गहमा-गहमी हुई थी, जो वीडियो में साफ़ दिख रहा था।
उन्होंने कहा, “खेल में हमेशा उतार-चढ़ाव आते हैं। आपको अपने धैर्य को बनाए रखना होता है और लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहना होता है। यात्रा, बाहरी घटनाएं, दबाव – ये सब हर साल होता है। लेकिन इस सीजन में ऐसा लगा कि यह सब कुछ ज़्यादा था और मुझे लगता है कि इसका असर टीम पर पड़ा, और हम तब प्रदर्शन नहीं कर पाए जब वास्तव में उसकी ज़रूरत थी।”
राहुल ने कहा कि इस समय उनके लिए आईपीएल की कप्तानी सबसे महत्वपूर्ण चीज़ नहीं है, बल्कि एक “अच्छे वातावरण” में खेलना ज़्यादा मायने रखता है। राहुल ने आईपीएल कप्तानी के बारे में पूछे जाने पर कहा, “मैं कभी भी जाकर किसी से कप्तानी के बारे में नहीं पूछूंगा। अगर आपको लगता है कि मेरी नेतृत्व क्षमताएं पर्याप्त हैं और आपको मेरी क्रिकेट खेलने की शैली और खु़द को संभालने के तरीक़े में कुछ अच्छा नज़र आता है, तो निश्चित तौर पर मैं कप्तानी करने के लिए खु़श हूं।”
“लेकिन कप्तानी मेरे लिए उतना भी ज़रूरी नहीं है कि इसी से आगे की सारी चीज़ें तय हों। मैं बस एक ऐसी टीम का हिस्सा बनना चाहता हूं जिसमें अच्छा वातावरण हो। जहां आपको प्यार, देखभाल और सम्मान मिले और उस वातावरण में फ़्रेंचाइज़ी के हर व्यक्ति का एक ही लक्ष्य हो – जीतना। अगर ऐसा है तो वह मेरे लिए एक आदर्श स्थिति होगी।”
सोशल मीडिया पर उनकी घरेलू टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु के साथ संभावित पुनर्मिलन की चर्चा तेज़ हो रही है। हालांकि राहुल किसी भी टीम में शामिल होने की संभावना को दरकिनार नहीं कर रहे हैं। लेकिन यह कोई रहस्य नहीं है कि उन्हें किस टीम से एक विशेष जुड़ाव है। उन्होंने कहा, “मैंने आरसीबी में खेलते हुए सबसे ज़्यादा आनंद लिया। वह टीम मेरे लिए घर जैसी है। आप घर पर बहुत समय बिता सकते हैं, और मुझे चिन्नास्वामी स्टेडियम के बारे में अच्छी तरह से पता है। मैं वहां खेलते हुए बड़ा हुआ हूं।”
आरसीबी में वापस जाने के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने कहा, “हां, बिल्कुल, जैसा कि मैंने कहा, यह मेरे लिए घर जैसा है और वहां के लोग मुझे एक स्थानीय कन्नड़ लड़के के रूप में जानते हैं, और वहां वापस जाना और फिर से एक अवसर पाना अच्छा होगा।
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