मुंबई
महाराष्ट्र के मुंबई में कांग्रेस की मेगा रैली में रविवार को इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने बीजेपी पर जबरदस्त हमला बोला और लोकसभा चुनाव के लिए अपने इलेक्शन कैंपेन की शुरुआत भी कर दी है. सभी नेताओं के टारगेट पर ईवीएम रही. रैली से यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि आने वाले दिनों में विपक्ष के चुनाव प्रचार में ईवीएम ही टारगेट पर रहेगी. अलायंस में शामिल पार्टियों के नेताओं ने ईवीएम से वोटिंग प्रक्रिया का विरोध किया और ऐलान किया है कि अगर हम सत्ता में आए तो ईवीएम से वोटिंग कभी नहीं होने देंगे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रविवार को भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन पर मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क मैदान में इंडिया ब्लॉक के दिग्गज नेताओं को जमावड़ा लगा. यहां नेताओं ने वोटिंग के लिए ईवीएम के इस्तेमाल के खिलाफ आवाज उठाई. सभी नेताओं ने ईवीएम वोटिंग के खिलाफ बात की और कहा, जब इंडिया ब्लॉक सत्ता में आएगा तो ईवीएम को वोटिंग प्रक्रिया से हटा देंगे और ECI को स्वतंत्रता देंगे.
'ईवीएम में राजा की आत्मा'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, बिना ईवीएम के नरेंद्र मोदी चुनाव नहीं जीत सकते हैं. हमने चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि हमें ईवीएम दिखाएं और हमारे विशेषज्ञों को मशीन दिखाएं. उन्होंने हमें दिखाने से इनकार कर दिया. हमने मशीन और उससे निकलने वाले कागज के बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने उन कागजों को गिनने से इनकार कर दिया. राजा की आत्मा ईवीएम में है. नरेंद्र मोदी का काम है- आपका ध्यान हटाओ. पिछले 40 वर्षों की तुलना में आज सबसे ज्यादा बेरोजगारी है. पूरी व्यवस्था नियंत्रण में है. जब पहली बार उनकी सरकार सत्ता में आई तो अरुण जेटली आए मुझसे कहा, भूमि अधिग्रहण के बारे में मत बोलो. मैंने पूछा कि मैं इसके बारे में क्यों नहीं बोलूंगा? उन्होंने कहा कि अगर मैं बोलूंगा तो हम आप पर केस डाल देंगे. ईडी मेरे पास आई और उन्होंने मुझसे 50 घंटे तक पूछताछ की. ईडी अधिकारी ने मुझसे कहा कि आप किसी से नहीं डरते हैं, आप नरेंद्र मोदी को हरा सकते हैं.
'इंडिया गठबंधन सत्ता में आएगा तो मशीन चली जाएगी'
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, देखिए आज हम सब एक साथ हैं. यहां मंच पर मौजूद इन नेताओं को जेल जाने का डर नहीं है. ईवीएम सेट हो गई है. अगर ईवीएम से 10 फीसदी वोट बढ़ेंगे तो आपको 20 फीसदी ज्यादा वोट लेकर आना होगा. बाद में हम ईवीएम खत्म कर देंगे. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ये लोग मशीन चोर हैं. कृपया मशीन पर नजर रखें कि आपका वोट कहां जा रहा है या किसी और को वोट जा रहा है. जब हमारा इंडिया गठबंधन सत्ता में आएगा तो यह मशीन चली जाएगी और चुनाव आयोग स्वतंत्र हो जाएगा. इसी तरह वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर से लेकर अन्य टॉप लीडर्स ने भी ईवीएम को लेकर अपनी बात रखी.
'वीवीपैट पर्चियों की 100 प्रतिशत गिनती की जाए'
इस बीच, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश का बयान भी चर्चा है. उन्होंने रविवार को कहा, हम ईवीएम का विरोध नहीं करते हैं, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग में हेरफेर के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा, वोटिंग सिस्टम की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए वीवीपैट पर्चियों की 100 प्रतिशत गिनती की जानी चाहिए, ताकि वोटिंग सिस्टम पर मतदाताओं के संदेह दूर हो जाएं और भरोसा बहाल हो सके.
'हम ईवीएम के खिलाफ नहीं, उनमें हेरफेर का विरोध'
जयराम रमेश का कहना था कि 19 दिसंबर 2023 को आयोजित इंडिया ब्लॉक की बैठक के दौरान सभी दलों ने चर्चा की कि हम ईवीएम के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग हेरफेर के खिलाफ हैं. हम पेपर बैलेट पर वापस जाने के लिए नहीं कह रहे हैं. हम सिर्फ वीवीपैट की 100 प्रतिशत गिनती और मिलान का अनुरोध करते हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम वोटिंग मशीनों में हेरफेर के खिलाफ हैं क्योंकि कुछ पार्टियों को लगता है कि वोटिंग मशीनों में हेरफेर किया जा सकता है.
फिलहाल, लोकसभा चुनाव प्रचार में इंडिया ब्लॉक ईवीएम के खिलाफ लड़ाई को किस तरह से जनता के बीच ले जाएगा, ये देखना अहम होगा.
More Stories
अमित शाह के बचाव में बीजेपी, पलटवार को बनाई रणनीति, ‘कांग्रेस-सपा दलितों की सबसे बड़ी दुश्मन’
मोहन भागवत की टिप्पणी पर संजय राउत का पलटवार, कहा- ‘शिवसेना और कांग्रेस ने भी राम मंदिर आंदोलन में योगदान दिया’
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बीच 2009 में न्यूयॉर्क में डिनर को लेकर वाकयुद्ध छिड़ गया