लार्सन एंड टुब्रो को पश्चिम एशिया में मिले ''बड़े'' ठेके
जेएसडब्ल्यू स्टील,जेएफई कॉर्पोरेशन भारत में विद्युत इस्पात विनिर्माण सुविधा करेंगे स्थापित
भारत का कोयला आयात दिसंबर में 27 प्रतिशत बढ़ा
नई दिल्ली
बुनियादी ढांचा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) की हाइड्रोकार्बन इकाई को पश्चिम एशिया में ''बड़े'' ठेके मिले हैं।
एलएंडटी ने हालांकि ठेके की राशि की जानकारी नहीं दी लेकिन वह किसी ठेके का मूल्य 1000 से 2500 करोड़ रुपये के बीच होने पर ही उसे 'बड़ा' बताती है।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा, ‘‘लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) की हाइड्रोकार्बन इकाई एलएंडटी एनर्जी हाइड्रोकार्बन (एलटीईएच) को पश्चिम एशिया में एक प्रतिष्ठित ग्राहक से एक 'ऑनशोर' ठेका और एक 'ऑफशोर' ठेका मिला है।''
लार्सन एंड टुब्रो 23 अरब अमेरिकी डॉलर की भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है। यह इंजीनियरिंग, खरीद तथा निर्माण (ईपीसी) परियोजनाओं, उन्न्त विनिर्माण व सेवाओं के कारोबार में है।
जेएसडब्ल्यू स्टील,जेएफई कॉर्पोरेशन भारत में विद्युत इस्पात विनिर्माण सुविधा करेंगे स्थापित
नई दिल्ली
जेएसडब्ल्यू स्टील ने 5,500 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश पर जेएफई स्टील कॉर्पोरेशन के साथ एक संयुक्त उद्यम के जरिए अनाज उन्मुख विद्युत इस्पात विनिर्माण सुविधा स्थापित करने की योजना की मंगलवार को घोषणा की।
जापान स्थित जेएफई कॉर्पोरेशन की जेएसडब्ल्यू स्टील में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड ने एक बयान में भारत में ग्रेन ओरिएंटेड इलेक्ट्रिकल स्टील के उत्पादन के लिए जेएफई स्टील कॉर्पोरेशन (जापान) के साथ 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी वाले संयुक्त उद्यम की घोषणा की। 12 फरवरी को यह फैसला किया गया।
बयान के अनुसार, ‘‘नई कंपनी जेएसडब्ल्यू इलेक्ट्रिकल स्टील प्राइवेट लिमिटेड का नाम बदलकर जेएसडब्ल्यू जेएफई इलेक्ट्रिकल स्टील प्राइवेट लिमिटेड रखा जाएगा। यह कर्नाटक के जिला बेल्लारी में स्थित होगी और इसे 5,500 करोड़ रुपये के नियोजित निवेश के साथ स्थापित किया जाएगा।''
इस सुविधा का लक्ष्य वित्त वर्ष 2027 में उत्पादन शुरू करना है। कंपनी भारत में अनाज-उन्मुख विद्युत इस्पात की बढ़ती बाजार मांग को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता का और विस्तार करने की योजना बना रही है।
जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उपस्थिति के साथ एक अग्रणी एकीकृत इस्पात उत्पादक है।
जेएफई स्टील कॉर्पोरेशन प्रौद्योगिकी नवाचार और टिकाऊ प्रथाओं के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता रखने वाली एक वैश्विक कंपनी है।
भारत का कोयला आयात दिसंबर में 27 प्रतिशत बढ़ा
नई दिल्ली
भारत का कोयला आयात दिसंबर 2023 में सालाना आधार पर 27.2 प्रतिशत बढ़कर 2.335 करोड़ टन हो गया। कोयला मंत्रालय वित्त वर्ष 2026 तक शून्य तापीय कोयला आयात का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
बी2बी (कंपनियों के बीच) ई-वाणिज्य कंपनी एमजंक्शन सर्विसेज के आंकड़ों के अनुसार, देश का कोयला आयात दिसंबर 2022 में एक करोड़ 83.5 लाख टन था।
एमजंक्शन सर्विसेज के अनुसार, ‘‘दिसंबर 2023 में कोयले का आयात करीब 2.335 करोड़ टन था… दिसंबर 2022 में दर्ज किए गए 1.835 करोड़ टन की तुलना में दिसंबर 2023 में आयात 27.25 प्रतिशत अधिक रहा।''
चालू वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-दिसंबर में कोयला आयात बढ़कर 19.243 करोड़ टन हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 19.182 करोड़ टन था। इस दौरान गैर-कोकिंग कोयले का आयात 12.437 करोड़ टन था, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में आयातित 12.689 करोड़ टन से थोड़ा कम है।
एमजंक्शन के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी विनय वर्मा ने कहा कि दिसंबर में थर्मल कोयले के आयात में वृद्धि हुई, खासकर सीमेंट और स्पंज आयरन क्षेत्रों में…हालांकि, आयात की मौजूदा मांग कम बनी हुई है वास्तविक मात्रा इस बात पर निर्भर करेगी कि आने वाले महीनों में समुद्र संबंधी लागत कैसी रहेगी…।
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