भोपाल
भोपाल में मदरसों में राष्ट्रगान को लेकर दो दिग्गज नेता आपस में भिड़ गए है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने मांग की कि सरकारी मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य हो। वहीं कांग्रेस एमएलए आरिफ मसूद ने इसका विरोध किया है। दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस हुई। शर्मा ने मसूद को राष्ट्रगान गाने की चुनौती भी दी। वहीं बीजेपी की एक और विधायक उषा ठाकुर ने सभी शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रगान अनिवार्य करने का समर्थन किया है।
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा का कहना
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मदरसों में राष्ट्रगान को लेकर दो वरिष्ठ विधायकों के बीच तीखी नोक-झोंक देखने को मिल रही है। हुजूर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के हिंदूवादी विधायक रामेश्वर शर्मा ने विधानसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी अनुदान प्राप्त मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य किया जाए। शर्मा ने आगे कहा कि अगर सरकार मदरसों को जमीन और आर्थिक सहायता देती है, तो वहां राष्ट्रगान अनिवार्य क्यों नहीं हो सकता? इसमें क्या गलत है? सभी सरकारी अनुदान प्राप्त शिक्षण संस्थानों के लिए नियम समान होना चाहिए।
आरिफ मसूद ने दी प्रतिक्रिया
इस पर भोपाल मध्य विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने शर्मा की आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी एमएलए को विधानसभा में कोई भी अप्रासंगिक बयान देने से पहले मदरसों का दौरा करना चाहिए। मसूद ने कहा कि अगर बीजेपी विधायक कभी मदरसों में गए होते, तो उन्हें पता होता कि मदरसों में दाखिला लेने वाला हर बच्चा बिना किसी रुकावट के राष्ट्रगान गाता है। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा विधायक खुद राष्ट्रगान नहीं गा सकते।
सार्वजनिक स्थान पर आकर राष्ट्रगान गाने की चुनौती
जाहिर है कि कांग्रेस नेता आरिफ मसूद का यह बयान रामेश्वर शर्मा को पसंद नहीं आया और उन्होंने कांग्रेस नेता पर पलटवार किया। रामेश्वर शर्मा ने मसूद को सार्वजनिक स्थान पर राष्ट्रगान गाने की चुनौती दी। गुरुवार को शर्मा ने कहा कि मैं उन्हे चुनौती देता हूं कि अगर आता है राष्ट्रगान तो गाए। वे राष्ट्रगान गा के दिखाए मेरे सामने तो मैं उनके लिए ताली बजाऊंगा।
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