मुख्यमंत्री ने रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अदम्य साहस और शौर्य की प्रतीक, वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री चौहान ने निवास कार्यालय स्थित सभागार में रानी दुर्गावती के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया।
रानी दुर्गावती सुशासन की सूत्रधार थीं
मुख्यमंत्री चौहान ने वीरांगना रानी दुर्गावती के योगदान का स्मरण करते हुए उन्हें प्रणाम् कर कहा कि आज रानी माता का बलिदान दिवस है। आज के ही दिन मुगलों से लोहा लेते हुए उन्होंने अपना बलिदान दिया था, वे स्वधर्म-संस्कृति और स्वाभिमान के लिए अंतिम सांस तक लड़ी। रानी दुर्गावती सुशासन की सूत्रधार थीं। उन्होंने लगभग 23 हजार गाँवों में विकास के अद्भुत कार्य किए थे, वे सभी गाँव धन-धान्य से परिपूर्ण थे। उन्होंने अपने अल्प जीवन काल में 52 लडा़इयाँ लड़ी, जिनमें 51 में उन्होंने विजय प्राप्त की थी।
रानी माँ हमें स्वाभिमान, सम्मान और स्वधर्म के लिए सब कुछ न्यौछावर करने के लिए प्रेरित करती हैं
मुख्यमंत्री चौहान ने वीरांगना रानी दुर्गावती के अदम्य साहस और संघर्ष का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अकबर की सेनाओं को तीन बार पराजित किया था। तब आसफ खाँ ने विशाल सेना लेकर अक्रमण किया और जब यह लगा कि अब विजय कठिन है तो रानी दुर्गावती ने अपनी कटार सीने में उतार कर अपना बलिदान दे दिया। रानी माँ हम सबकी श्रद्धा और आस्था की केन्द्र हैं, रानी माँ हमें स्वाभिमान, सम्मान और स्वधर्म के लिए सब कुछ न्यौछावर करने के लिए प्रेरित करती हैं। वे सुशासन की प्रतीक हैं। उनके द्वारा बनवाए गए तालाब और मंदिर आज भी जनता के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं।
22 जून से आरंभ हुई पाँच यात्राएँ
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रानी माँ दुर्गावती के बलिदान दिवस पर 22 जून से पाँच यात्राएँ आरंभ हुई हैं। यात्राएँ अलग-अलग गाँवो से होती हुई, रानी माँ के बलिदान की गाथा जनता के बीच रखते हुए 27 जून को शहडोल पहुँचेंगी। हमारे बच्चे और आज की पीढ़ी रानी माँ की गाथाओं से प्रेरित हों, इसके लिए आवश्यक है कि जहाँ-जहाँ से यात्रा निकले वहाँ के लोग अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रम में शामिल हों और वीरांगना रानी दुर्गावती को श्रद्धा-सुमन अर्पित करें। वीरांगना रानी माँ दुर्गावती के बलिदान दिवस पर हम संकल्प लेते हैं कि अपनी जनता को सुशासन देंगे, अपने देश पर कभी आँच नहीं आने देंगे और जरूरत पड़ी तो अपने देश पर सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए तैयार रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी 27 जून को शहडोल पधार रहे हैं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीरांगना रानी दुर्गावती के चरणों में श्रद्धा-सुमन अर्पित करने 27 जून को शहडोल आ रहे हैं। वे दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता है। प्रधानमंत्री मोदी दो बड़े अभियान भी जनता को समर्पित करेंगे। वे मध्यप्रदेश में एक करोड़ से अधिक आय़ुष्मान भारत कार्ड वितरण का शुभारंभ करेंगे। उसी समय गाँव-गाँव में कार्यक्रम होंगे और कार्डों का वितरण होगा। प्रधानमंत्री मोदी सिकल सेल एनीमिया मिशन भी लाँच करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी शहडोल के ग्राम पकरिया में ग्रामीणों से संवाद भी करेंगे।
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