राजकोट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर गुजरात दौरे पर हैं. तय कार्यक्रम के मुताबिक पीएम मोदी आज 25 फरवरी को गुजरात दौरे पर रहेंगे. इस दौरान पीएम अपने गृह राज्य को कई योजनाओं और निर्माणकार्यों की सौगात देंगे. इनमें जामनगर, देवभूमि द्वारका और पोरबंदर जिलों में 4153 करोड़ रुपये की 11 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ और उद्घाटन शामिल है. इसके साथ ही द्वारका और बेट द्वारका को जोड़ने वाले सुदर्शन सेतु का लोकार्पण करेंगे. इसके अलावा पीएम मोदी राजकोट में एम्स का भी उद्घाटन करेंगे. ये राज्य के लिए एक बड़ी योजना साबित होगी. अपने गुजरात दौरे के लिए पीएम मोदी शनिवार रात ही राज्य में पहुंच जाएंगे.
पीएम मोदी के गुजरात दौरे में क्या कुछ शामिल रहेगा, जानिए schedule
1. 24 फरवरी की रात पीएम मोदी गुजरात पहुंचें.
2. रात को जामनगर रुकेंगे, जहां उनका स्वागत होगा.
3. आज 25 फरवरी, रविवार को सुबह बेट द्वारका मे दर्शन करेंगे पीएम मोदी.
4. द्वारका और बेट द्वारका को जोड़ने वाले सुदर्शन सेतु का लोकार्पण करेंगे
5. उसके बाद जगत मंदिर द्वारकाधीश मंदिर मे दर्शन-पूजा करेंगे
6. दोपहर मे जनसभा को संबोधित करते हुए 4 हजार करोड़ के विकास कार्यो की भेट देंगे
7. जामनगर, देवभूमि द्वारका और पोरबंदर जिलों में 4153 करोड़ रुपये की 11 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ और उद्घाटन करेंगे.
8. सभा के बाद पीएम मोदी राजकोट पहुंचेंगे, जहां 48 हजार करोड़ के विकास कार्यो की सौगात देंगे. 6300 करोड़ रुपए से अधिक के खर्च से राजकोट एम्स सहित 5 नए एम्स का लोकार्पण होगा.
9. राजकोट मे जनसभा को संबोधन के बाद देर रात पीएम मोदी दिल्ली के लिए रवाना होंगे.
गुजरात को मिलेगी अत्याधुनिक एम्स की सौगात
राजकोट एम्स के उद्घाटन के साथ ही गुजरात को पहले अत्याधुनिक एम्स की सौगात मिलेगी, जिसमें टावर ए और बी हॉस्पिटल ब्लॉक में 250 बेड की क्षमता वाली आंतरिक रोगी विभाग (आईपीडी) सेवाएं, 500 लोगों के बैठने की क्षमता वाले डायनिंग हॉल के साथ पूर्वस्नातक बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल, 66 केवी कंट्रोल ग्रिड सबस्टेशन, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और 14 विभागों के अंतर्गत बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाओं जैसी विभिन्न सुविधाएं शामिल हैं. राजकोट एम्स में अब तक 1 लाख 44 हजार मरीजों ने बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाओं का लाभ उठाया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रविवार को गुजरात के द्वारका में बने सुदर्शन सेतु (Sudarshan Setu) का उद्घाटन करेंगे। यह पुल ओखा मुख्य भूमि और बेयट द्वारका द्वीप को जोड़ता है। इसे तैयार करने में करीब 980 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। 2.32 किलोमीटर लंबाई वाला यह भारत का सबसे लंबा Cable-stayed bridge है।
सुदर्शन सेतु का डिजाइन बेहद खास है। इसके फुटपाथ पर चलते हुए भक्त श्रीमद्भगवद गीता के श्लोकों को पढ़ पाएंगे और भगवान कृष्ण की तस्वीरें देख पाएंगे। फुटपाथ के छत पर सोलर पैनल लगाए गए हैं, इनसे एक मेगावाट बिजली पैदा होगी। इस पुल के बन जाने से भक्तों को द्वारका और बेयट-द्वारका के बीच आनेजाने में सुविधा होगी। पहले लोगों को इसके लिए नाव का इस्तेमाल करना होता था। यह पुल देवभूमि द्वारका का प्रमुख पर्यटक आकर्षण होगा।
सुदर्शन सेतु ब्रिज की खास बातें
- सुदर्शन सेतु ब्रिज को स्टील के तोरण और पंखे जैसे पैटर्न में लगे केबलों से बनाया गया है। यह Cable-stayed ब्रिज है। इस तरह के पुल में वजन स्टील के केबलों पर होता है। पुल का डेक कम्पोजिट स्टील और मजबूत कंक्रीट से तैयार किया गया है।
- सुदर्शन सेतु ब्रिज की चौड़ाई 27.2 मीटर है। आने जाने के लिए दो लेन बने हैं। इसके साथ ही दोनों तरफ 8 फीट चौड़ा फुटपाथ है।
- फुटपाथ के सेड के छत पर सोलर सोलर पैनल लगाए गए हैं। इनसे 1 मेगावाट बिजली पैदा होगी।
- पुल की कुल लंबाई 2,320 मीटर है। यह भारत का सबसे लंबा Cable-stayed ब्रिज है।
- पुल के बीच का स्पैन 500 मीटर लंबा है। यह भारत में बना सबसे लंबा स्पैन है।
- ओखा और बेयट द्वारका किनारों पर पहुंच पुलों की लंबाई क्रमशः 770 मीटर और 650 मीटर है।
- पुल के दो पाइलॉन 129.985 मीटर ऊंचे हैं। इनका आकार A जैसा है।
- पुल से जुड़ी सड़क की कुल लंबाई 2.8 किलोमीटर है।
- पीएम नरेंद्र मोदी ने 7 अक्टूबर, 2017 को इस पुल की आधारशिला रखी थी।
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