पिपरिया
बिजली की समस्या को अनेक जिमेदार लोग राजनैतिक चश्मे से देखते हैं।किसानों को सुविधा के लिए बिजली का होना न होना कोई जरूरी नही है लेकिन फसल को पानी चाहिए । लोगों का मानना है कि कांग्रेस समस्या का विरोध करती है तो वह उसका काम है। आम जनता अगर आवाज उठाए तो यह उसकी आदत है। लेकिन सत्ता पक्ष और उससे जुड़े जनप्रतिनिधि को ही आंदोलन की चेतावनी देनी पड़ रही हो मतलब समस्या तो है।
भाजपा के समर्थन के साथ जनपद में उपाध्यक्ष श्रीमती कुसुमलता भगवान सिंह पटेल ने सांडिया विद्युत मंडल के समनापुर और उमरधा फीडर पर किसानों को पर्याप्त बिजली नही मिलने और बीते 15 दिन से बंद पड़े होने की समस्या को लेकर कलेक्टर के नाम के ज्ञापन सौंपा है। जिसमें चेतावनी देते हुए साफ कहा गया है कि शीघ्र व्यवस्था में सुधार नही किया गया तो वह आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
श्रीमती पटेल ने कहा कि समनापुर और उमरधा फीडर पर किसानों को महज 24 घंटों में से 2 से 3 घंटे बिजली मिल रही है।जबकि कम से कम 10 घंटे बिजली देना अनिवार्य है। किसानों का धान रोपाई का समय आ रहा है। अभी किसानों को बिजली की सख्त जरूरत है।बिजली को अनुपलब्धता के कारण किसानों को मूंग की पैदावर में काफी नुकसान हुआ है।
लगातार हो रही विद्युत कटौती से शहरवासी भी काफी परेशान हैं। बिजली कब जा रही है कब आ रही कोई बताने वाला भी नही है। 24 घंटे से बिजली का आना जाना लगा हुआ है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं साहब ध्यान दीजिए अब तो इन्वेटर की बेटरी ने भी काम करना बंद कर दिया है।साथ ही अनेक लोग कह रहे हैं कि मंडल ने मेंटनेंस के नाम पर सिर्फ कटौती की है। काम तो अब दिख रहा है।
शहर से लगे ग्राम सिलारी और हथवास् में भी बिजली समस्या से ग्रामीण बेहाल हैं। ग्राम हथवास में बीते शाम गई लाईट देर रात नही आई।वही ग्राम सिलारी में बीते दो दिन से लाईट गोल है। ग्रामीण पीने के पानी को भी परेशान हो रहे है। ग्रामीण खुशाल पुरी गोस्वामी कहते है कि विधुत विभाग बिल वसूली पर पूरा ध्यान देता है बिजली की उपलब्धता और अनुपलब्धता पर कोई ध्यान नही देता है।
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