उज्जैन
मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में रविवार को आए तेज आंधी-तूफान ने जमकर कहर बरपाया। इसके कारण जहां जिले में दो लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। वहीं ''श्री महाकाल लोक'' कॉरिडोर में लगी सात में छह सप्तऋषियों की मूर्तियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं। इसके अलावा कुछ घर भी गिरने की सूचना है। एक अधिकारी ने रविवार शाम इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उज्जैन स्थित प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में 'श्री महाकाल लोक' कॉरिडोर की छह सप्तऋषि मूर्तियां रविवार दोपहर आई तेज आंधी के चलते गिरकर क्षतिग्रस्त हो गईं। उन्होंने बताया कि जब मूर्तियां गिरीं तो यह कॉरिडोर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ था, लेकिन गनीमत रही कोई भी व्यक्ति हताहत नहीं हुआ। उन्होंने स्वीकार किया कि मूर्तियों और कॉरिडोर के काम में गुजरात की कंपनियों को लगाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ महीने पहले 900 मीटर लंबे 'श्री महाकाल लोक' कॉरिडोर के पहले चरण का लोकार्पण किया था। कुल 856 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के पहले चरण में 'श्री महाकाल लोक' को 351 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर का मंदिर उज्जैन में स्थित है। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
ठेकेदार नई मूर्तियां लगाएंगे
उज्जैन के डीएम कुमार पुरुषोत्तम ने बताया, ''श्री महाकाल लोक गलियारे में 160 मूर्तियां हैं, जिनमें से रविवार दोपहर आई तेज आंधी से छह मूर्तियां गिरकर टूट गईं। ये टूटी मूर्तियां वहां स्थापित किए गए सात सप्त ऋषियों में से हैं और करीब 10 फीट ऊंची थीं। ठेकेदार नई मूर्तियां लगाएंगे, क्योंकि पांच साल तक की देखरेख का जिम्मा भी उनका ही है। हम आगे के लिए भी नियम और सख्त कर रहे हैं और उनकी जवाबदारी तय करने वाले हैं।'' डीएम ने स्पष्ट किया, ''ये गिरकर टूटी हुई मूर्तियां महाकाल मंदिर के अंदर नहीं थीं। वे 'श्री महाकाल लोक' कॉरिडोर में थीं।'' उन्होंने कहा कि कॉरिडोर को आंधी-तूफान आने के बाद करीब शाम 4 बजे लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। इसे शाम सात बजे फिर से आम जनता के लिए खोला गया और इस दौरान करीब एक लाख लोग वहां उमड़ पड़े। उन्होंने कहा कि रविवार की तेज आंधी से उज्जैन जिले में दो लोगों की मौत भी हुई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, जिले में तूफान से कुछ घर भी गिरने की सूचना मिली है।
कमलनाथ ने महाकाल लोक के निर्माण में अनियमितता के आरोप लगाए
इसी बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया, ''मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की (भाजपा नीत) सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी।'' उन्होंने कहा, ''आज जिस तरह से महाकाल लोक कॉरिडोर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए।''
कांग्रेस नेता ने भाजपा सरकार पर लगाया कमीशनखोरी का आरोप
कांग्रेस नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट किया, ''उज्जैन महाकुंभ में करोड़ों रुपये का घोटाला करने वाली भाजपा सरकार के 50 फीसदी कमीशन के चक्कर में महाकाल लोक कॉरिडोर में लगाई गईं करोड़ों रुपये की मूर्तियां मॉनसून से पहले आई आंधी-बारिश में ही धराशायी हो गईं एवं महाकाल लोक की आधी से ज्यादा कुर्सियां टूट गई हैं।'' ट्वीट करने के बाद यादव ने कहा कि भाजपा सरकार भगवान को भी नहीं बख्श रही है और आज महाकाल मंदिर में विकास से भ्रष्टाचार की बू आ रही है। स्थानीय मौसम की स्थिति के बारे में बात करते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल केंद्र के ड्यूटी अधिकारी जे.पी. विश्वकर्मा ने बताया कि रविवार के पूर्वानुमान में कहा गया है कि उज्जैन में अलग-अलग स्थानों पर दिन के दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। उन्होंने यह भी कहा, ''उज्जैन में हवा की गति को मापने के लिए उज्जैन में हमारे पास एक स्वचालित मौसम स्टेशन नहीं है। हम इसकी मांग करेंगे।''
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