मेरठ.
अभिनेता सुनील पाल की पत्नी सरिता पाल ने कहा कि पुलिस की जांच भटकाने को अपहरणकर्ताओं ने उनके पति की एडिट और अधूरी ऑडियो वायरल की। व्हाट्सएप पर कॉल करके उन्हें डराया गया। बाकी हिस्सा आरोपियों ने निकाल दिया था। हमें पुलिस पर पूरा भरोसा है। जांच में पूरा सच सामने आ जाएगा।
अभिनेता सुनील पाल की पत्नी सरिता पाल ने बुधवार को मेरठ में एसएसपी डॉ. विपिन ताडा से मिलने के बाद लालकुर्ती थाने में पति के अपहरण केस में कार्रवाई की जानकारी ली। सीओ कैंट के यहां बयान दर्ज कराए। सरिता पाल ने कहा कि हमने मुंबई के सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर दर्ज कराई थी। मुंबई पुलिस ने ये पूरा मामला मेरठ के लालकुर्ती थाने में ट्रांसफर कराया गया। सुनील पाल को बंधक बनाकर बदमाशों ने 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। उनका मोबाइल नंबर बंद था, लेकिन वाईफाई के जरिए व्हाट्सएप चल रहा था। व्हाट्सएप से ही उन्होंने कॉल करके दोस्तों से ऑनलाइन रुपये मंगाए। अपहरण का पता चलने पर पूरा परिवार दहशत में आ गया था। अपहरणकर्ता ने उन्हें काफी टॉर्चर किया। वह धमकी दे रहे थे और कुछ भी कर सकते थे। अपहरणकर्ता जो कुछ भी उनसे बुलवाना चाह रहे थे, वह बोल रहे थे। मेरठ पुलिस से शिकायत न करने की वजह पूछी गई तो कहा कि अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटने के बाद उन्हें पहले घर पहुंचने के अलावा कुछ और नहीं सूझा। भगवान के आशीर्वाद और फैंस की दुआओं के चलते सुनील सुरक्षित घर पहुंचे। इस सदमे से उबरने में उन्हें अभी कुछ वक्त और लगेगा। स्वस्थ होने के बाद वह खुद लोगों के सामने आएंगे। मुंबई और मेरठ पुलिस का हमें पूरा सहयोग मिला है। सुनील पाल के न आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि पहले किडनैपर्स ने उन्हें बंदी बना रखा था, अब मैंने बना लिया है।
रेडिसन ब्लू होटल में प्रस्तुति देने के लिए किया आमंत्रित
सरिता पाल के मुताबिक इस खौफनाक घटना को याद करके उनके पति ही नहीं पूरा परिवार बार-बार सिहर उठता है। वह 24 घंटे, जब सुनील पाल अपहरणकर्ताओं के चंगुल में थे, काफी बुरा समय था। उन्होंने बताया कि नवंबर माह में किसी अमित नाम के व्यक्ति की कॉल सुनील के पास आई थी। उसने खुद को इवेंट मैनेजर बताते हुए दो दिसंबर की रात हरिद्वार के रेडिसन ब्लू होटल में एक बर्थडे पार्टी में प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित किया था।
More Stories
ग्वालियर नगर निगम के वार्ड क्रमांक-39 पर भाजपा का कब्जा, अंजली पलैया बनी पार्षद
मोहन सरकार ने प्रदेश में विकास, निवेश और जनकल्याण योजनाओं को नई गति दी
नॉलेज शेयरिंग कार्यशालाओं से एम.पी. ट्रांसको में आया गुणात्मक परिवर्तन