बिलासपुर
बीते माह फरवरी कार्य संचालन के नतीजों के लिहाज से एसईसीएल के लिए बेहद उत्साहजनक रहा है। कम्पनी ने 18.37 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने में सफलता पाई जो कि कम्पनी के स्थापना से किसी भी फरवरी माह में किया गया अब तक का सर्वाधिक उत्पादन है। इनमें कम्पनी के मेगा परियोजनाओं में से गेवरा ने 5.29 मिलियन टन, दीपका ने 4.18 मिलियन टन व कुसमुण्डा ने 5.78 मिलियन टन का योगदान दिया है। महिने के कुल उत्पादन में से लगभग 17 मिलियन टन ओपनकास्ट व 01 मिलियन टन भूमिगत खदानों से उत्पादन दर्ज किया गया। उत्पादन के साथ-साथ विद्युत व अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों को दिए जाने वाले कोयले के डिस्पैच में भी प्रगति दर्ज की गयी है। कम्पनी ने माह फरवरी 2023 में रिकार्ड 13.99 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया जो कि पिछले वर्ष के फरवरी माह की तुलना में लगभग आधा मिलियन टन अधिक है।
इस वित्तीय वर्ष में ओव्हर बर्डन रिमूवल (ओबीआर) में एसईसीएल ऐतिहासिक नतीजों की ओर बढ़ रही है। कम्पनी ने गत माह ही अब तक के सर्वाधिक ओबीआर के आँकड़े को पीछे छोड़ दिया है तथा 28.53 मिलियन क्यूबिक मीटर ओबीआर के साथ माह फरवरी 2023 में अब तक का सर्वाधिक ओबी निष्कासन करने में सफलता मिली है।
विदित हो कि फरवरी माह के अंतिम दिन एसईसीएल ने 11.55 लाख क्यूबिक मीटर ओबीआर किया जो कि किसी भी एक दिन में किया गया कम्पनी द्वारा सर्वाधिक ओबीआर है। फरवरी माह के अंतिम दिन कुसमुण्डा मेगा परियोजना ने 2.20 लाख टन कोयला उत्पादन किया जो कि इस वित्तीय वर्ष में सर्वाधिक है, वहीं एसईसीएल का कुल उत्पादन भी लाख 7 टन प्रति दिन के पार चला गया है। कार्यनिष्पादन के उत्कृष्ठ नतीजों पर खुशी जताते हुए सीएमडी डा. प्रेमसागर मिश्रा ने समस्त अधिकारी-कर्मचारियों को हार्दिक बधाई दी।
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