बिलासपुर
रेलवे बोर्ड के निदेर्शानुसार सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में एक स्टेशन एक उत्पाद योजना का विस्तार करते हुए रेलवे स्टेशनों पर राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान द्वारा डिजाइन किए गए स्टॉल स्थापित किये जा रहे हैं। इसी क्रम में मण्डल के 14 स्टेशनों (बिलासपुर, उसलापुर, रायगढ़, चाम्पा, जांजगीर-नैला, सक्ती, अकलतरा, कोरबा, अनूपपुर, पेंड्रारोड़, विश्रामपुर, शहडोल, कोतमा एवं अम्बिकापुर) पर एक स्टेशन एक उत्पाद का एनआईडी डिजाइन के अनुरूप स्टॉल स्थापित किये गए हैं । इनमें से 08 स्टेशनों पर स्टॉल संचालित है, जबकि अन्य स्टेशनों के लिए आवेदन आमंत्रित हैं। इसके साथ ही मंडल के विभिन्न स्टेशनों में 16 नए स्टॉल स्थापित किये जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि समाज के लिए एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में स्थानीय कारीगरों और कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए यह योजना शुरू की गई है। केंद्रीय बजट 2022-23 में घोषित इस योजना का उद्देश्य भारत सरकार के लोकल विजन के लिए वोकल को बढ़ावा देना, स्थानीय उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराना, रेल यात्रियों को भारत की समृद्ध विरासत और स्थानीय उत्पादों का अनुभव करने का अवसर प्रदान करना, समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए अतिरिक्त आय के अवसर सृजित करना, स्वदेशी/स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन, बिक्री और उच्च दृश्यता देना है।
इस योजना के तहत लोगों को स्वास्थ्यवर्धक, पोषण आहार उपलब्ध कराने तथा घरेलू व वैश्विक मांग पैदा करने के उद्देश्य से मिलेट उत्पादों की बिक्री को विशेष रूप से शामिल किया गया है ।मिलेट में ज्वार, बाजरा, रागी, कुटकी, कोदो और जौ जैसे पोषक उत्पाद आते हैं। मिलेट हमारी बदलते जीवनशैली में अव्यस्थित खान-पान और रहन-सहन से उत्पन्न कई रोगों से निजात पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ह्रदय रोग, कैंसर, गठिया रोग, सूजन का खतरा कम करते हैं और शरीर की इम्यूनिटी को बेहतर बनाते हैं। इसमें प्रोटीन, वसा, लौह, रेशा, कैल्शियम और जिंक की भी भरपूर मात्रा होती है।
इच्छुक व्यक्ति अथवा उत्पादक जो इस योजना के अंतर्गत अपने मिलेट अथवा अन्य स्थानीय उत्पाद की बिक्री के लिए स्टॉल का संचालन करना चाहते हैं वे संबंधित स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक के पास आवेदन कर सकते हैं।
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