भोपाल
प्रदेश पुलिस में लगभग पांच हजार ट्रेडमेन संवर्ग के आरक्षक जीडी (जनरल ड्यूटी) में परिवर्तन का पिछले 10 साल से इंतजार कर रहे हैं। दस साल बाद एक बार फिर से नियमावली में संशोधन की कवायद शुरू हुई है इसके चलते फिर से ट्रेडमेन से आरक्षक जीडी में संविलियन के लिए आवेदन एसएएफ मुख्यालय तक पहुंचने लगे हैं। टेडमेन को आरक्षक जीडी में संविलियन की व्यवस्था वर्ष 2013 में बंद कर दी गई थी।
इसके बाद से संविलियन की लगातार मांग उठती रही, पुलिस मुख्यालय स्तर पर समिति भी बनीं, लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका। टेÑडमेन से आरक्षक जीडी में संविलियन की मांग को लेकर पुलिस विभाग एवं पुलिस परिवार कल्याण संघ संस्था ने एक मांग पत्र 25 वीं बटालियन को दिया। इस मांग पत्र को यहां पर गंभीरता से लेते हुए एसएएफ मुख्यालय भेजा गया है। इस पत्र के एसएएफ मुख्यालय पहुंचने से यह उम्मीद जागी है कि संविलियन को लेकर जो दस साल पहले नियम बदले गए थे, उसमें फिर से संशोधन हो सकता है।
लगातार होते रहे प्रयास
ट्रेडमेन संवर्ग के कर्मियों ने पिछले साल गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को आवेदन देकर मांग की थी कि उन्हें जनरल ड्यूटी में परिवर्तित करवाया जाए। यह व्यवस्था पिछले कई सालों से पुलिस मुख्यालय ने बंद कर दी है।
एसएएफ मुख्यालय से सभी कमांडेंट को लिखा पत्र
हाल ही में एक पत्र सभी बटालियन के कमांडेंट और एमटीएस रीवा को एसएएफ मुख्यालय से लिखा गया है। जिसमें बताया गया कि एसएएफ से संबंधित पुलिस रेग्यूलेशन की कंडिकाओं को आवश्यकतानुसार अपडेट करने के संबंध में प्रस्ताव और सुझाव दिए जाएं। यह सुझाव और प्रस्ताव अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस मैन्युवल को भेजे जाने हैं। सभी कमांडेंट से इस पत्र के माध्यम से कहा गया है कि उनके अनुभव के आधार पर एसएएफ से संबंधित कोई भी ऐसे विषय जो पुलिस कार्यप्रणाली से संबंधित है और नियमावली में शामिल करने योग्य हैं, इस संबंध में प्रस्ताव और प्रस्ताव भेजें।
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