इंदौर
शहर के लाखों बिजली उपभोक्ता ऐसे हैं, जो घर, दुकान पर बैठे-बैठे बिजली बिल कैशलेस तरीके से जमा कराते हैं। उन्हें न केवल बिजली कटने के डर से निजात मिलती है, बल्कि कैशलेस बिल के प्रत्येक भुगतान पर इंसेंटिव भी मिलता है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि कैशलेस बिजली बिल भुगतान के लिए इंदौर सहित सभी 15 जिलों में उपभोक्ताओं को प्रेरित किया जा रहा है। इससे एक और सप्ताह के सातों दिन घर बैठे किसी भी समय भुगतान किया जा सकता है, खुल्ले पैसे, नोट की परेशानी निर्मित नहीं होती है। साथ ही मप्र बिजली नियामक आयोग के आदेशानुसार, सभी कैशलेस बिजली बिल भुगतान पर इंसेंटिव दिया जा रहा है।
यह इंसेंटिव निम्नदाब घरेलू उपभोक्ता के लिए न्यूनतम पांच रुपये प्रति बिल प्रति माह होती है, अधिकतम छूट बिल राशि का आधा प्रतिशत होती है। निम्नदाब गैर घरेलू पर इंसेंटिव प्रति बिल 5 रुपये से अधिकतम 20 रुपये निर्धारित है। इसी तरह उच्च दाब उपभोक्ताओं को सौ से एक हजार रुपये प्रति बिल पर कैशलेस इंसेंटिव दी जाती है।
प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि कैशलेस इंसेंटिव की राशि अगले बिल मे स्पष्ट दर्ज होती है। तोमर ने बताया कि उच्चदाब उपभोक्ता शत-प्रतिशत कैशलेस भुगतान कर रहे हैं, जबकि निम्नदाब उपभोक्ता इस ओर तेजी से जुड़ रहे है। तोमर ने बताया कि पिछले दो वर्ष में तीन लाख उपभोक्ता इस ओर जुड़े है। अब यह संख्या करीब 14 लाख उपभोक्ता प्रतिमाह हो गई है।
तोमर ने बताया कि वर्षभर में करीब डेढ़ करोड़ बिल कैशेलस तरीके से जमा हो रहे है, इन बिलों से संबंधित उपभोक्ताओं को करीब 12 करोड़ रुपये का इंसेंटिव अगले बिल में समायोजित कर प्रदान किया जा रहा हैं। इंदौर शहर में करीब पचास लाख बिल वर्ष में कैशलैस तरीके से जमा हो रहे हैं।
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