रायपुर
छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ सालों से हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। वन विभाग ने ऐसे में अब एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित एप्लिकेशन विकसित किया है। इस एप्लिकेशन के माध्यम में हाथियों की आवाजाही के बारे में पता चल सकेगा। इस ऐप का नाम 'छत्तीसगढ़ एलीफेंट ट्रैकिंग एंड अलर्ट' रखा गया है। आइए जानते हैं इस ऐप की खास विशेषता…
वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया इस ऐप को इनपुट 'हाथी मित्र दल' (स्थानीय स्वयंसेवकों के समूह) से मिलेगा। बता दें कि 'हाथी मित्र दल' हाथियों की आवाजाही की जानकारी कॉल या मैसेज से वन विभाग को देते हैं। ऐसे में इसी समूह की मदद से ऐप को हाथियों की जानकारी मिल सकेगी।
अधिकारी ने बताया कि इस ऐप से इंसानों और हाथियों के बीच जो संघर्ष की घटनाएं होती हैं उन्हें रोकने में मदद मिल सकेगी। छत्तीसगढ़ में पिछले तीन सालों में हाथियों के अटैक से 220 से अधिक लोगों की मौत हो गई। वहीं पिछले पांच सालों में 70 से अधिक हाथियों की भी मौत हो गई। हाथियों की मौत बीमारी, उम्र या बिजली के तारों की चपेट में आने के कारण हुई।
अधिकारी ने बताया कि यह ऐप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से काम करेगा। 'हाथी मित्र दल' पिछले एक साल से इस ऐप के लिए डेटा फीड करने का काम कर रही है। इस ऐप के माध्यम से उन सभी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज चला जाएगा जिनके लोकेशन से 10 किलोमीटर के दायरे में हाथियों की आवाजाही होगी। वहीं व्हाट्सएप के माध्यम से भी लोगों को अलर्ट किया जा सकेगा। यह ऐप लोगों को कॉल और टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से भी हाथियों की आवाजाही की जानकारी देगा।
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