बिलासपुर
चाटीडीह में डायरिया रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मरीजों की संख्या 100 पार हो चुकी है। वही देर रात सिम्स में एक और बुजुर्ग की मौत हो गई है। 24 घन्टे के भीतर डायरिया से दो मौत हो चुकी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग का शिविर मौके पर संचालित हो रहा है, जहां लगातार नए मरीज मिलते जा रही है। प्रारंभिक जांच के मुताबिक नाली के अंदर से जाती लिकेज पाइपलाइन ही डायरिया की मुख्य वजह बनी है। लोगों के घरों में दूषित पानी पहुंच रहा है, जिसे पीकर ही लोग बीमार पड़ रहे हैं। विधायक शैलेष पांडे शिविर में स्वंय पहुंचे और अस्पताल जाकर मरीजों से बातचीत की। निगम प्रशासन के साथ वे लगातार संपर्क बनाये हुए हैं। हालांकि शासकीय तौर पर दोनों मौत की वजह डायरिया की वजह से होना नहीं बताया गया है।
शुक्रवार की दोपहर अचानक चाटीडीह के लोग बीमार पडने लगे और उल्टी, दस्त से हालत गम्भीर होने लगी। देर शाम तक 40 लोगों को सिम्स में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने जांच के दौरान दूषित पानी के सेवन से बीमार होने की आशंका जताई। वही देर रात में गंभीर हालत में पहुचीं एक बुजुर्ग महिला के उसके बाद एक बुजुर्ग पुरुष की मौत हो गई। जिससे स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम प्रबन्धन में हड़कंप मच गया। वही शनिवार की सुबह से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में जांच शिविर लगाकर लोगों की जांच शुरू किया। जहा भी लगातार डायरिया के मरीज मिलते गए हैं, दोपहर तक की स्थिति में 100 से ज्यादा मरीज की पहचान की जा चुकी है। जिनका इलाज किया जा रहा है।
नगर निगम के जल विभाग के प्रभारी अजय श्रीवासन ने बताया कि दूषित पानी से बीमार होने की आशंका को देखते हुए हैं, पूरे क्षेत्र में नया पाइपलाइन बिछने का काम किया जा रहा है। लोगो को साफ पानी जल्द से जल्द उपलब्ध हो जाएगा। साथ ही जानकारी दी कि पानी का सेंपल लिया गया है, पानी की रिपोर्ट के मुताबिक आगे का काम किया जाएगा।
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