December 3, 2024

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डॉ. अम्बेडकर की जन्म-स्थली महू में बनेगी धर्मशाला :मुख्यमंत्री चौहान

बाबा साहेब अंबेडकर की जन्म-भूमि महू, शिक्षा-भूमि लंदन, दीक्षा-भूमि नागपुर, महापरिनिर्वाण-भूमि दिल्ली,चैत्य-भूमि मुम्बई तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल
पंच तीर्थों के संबंध में राज्य सरकार ने जारी की अधिसूचना
मुख्यमंत्री चौहान ने मीडिया प्रतिनिधियों से की चर्चा

भोपाल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े पंच तीर्थों, उनकी जन्म-भूमि महू, शिक्षा-भूमि लंदन, दीक्षा-भूमि नागपुर, महापरिनिर्वाण-भूमि दिल्ली तथा चैत्य भूमि मुंबई को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना से जोड़ा जा रहा है। बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर की जन्म-भूमि महू आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महू में सर्व सुविधा युक्त धर्मशाला का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पौध-रोपण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर को उनकी जयंती पर नमन किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन द्वारा महू में डॉ. अंबेडकर का स्मारक निर्मित कराया गया है। महू में धर्मशाला निर्माण की मांग लम्बे समय से थी। बाबा साहब के अनुयाई बड़ी संख्या में महू पहुँचते हैं। यहाँ उनके रूकने की कोई व्यवस्था नहीं थी। राज्य शासन भूमि की व्यवस्था के लिए प्रयासरत थी। अब सेना से साढ़े तीन एकड़ भूमि के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्राप्त हो गया है। यह भूमि डॉ. बाबा साहब मेमोरियल समिति को लीज पर देकर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए धर्मशाला तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाएँ की जाएगी।

डॉ. अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को जारी हुई अधिसूचना

उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के पंचतीर्थों को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल करने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गई है। धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग द्वारा 14 अप्रैल को जारी अधिसूचना से अम्बेडकर जन्मस्थली महू, शिक्षा-भूमि लंदन में 10 किंग हेनरीज रोड स्थित स्मारक, दीक्षा-भूमि-डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ग्रंथालय एवं शोध केन्द्र नागपुर, महापरिनिर्माण भूमि- डॉ. अंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक नई दिल्ली, चैत्य-भूमि डॉ. अम्बेडकर स्मारक मुम्बई को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना नियम 2012 में जोड़ा गया है। अधिसूचना में संत रविदास मंदिर वाराणसी को भी तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल किया गया है।