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शिक्षा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणा, बस्तर जिले के सभी मुख्यालयों में खुलेंगे बीएड और डीएड कॉलेज 

जगदलपुर

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में म महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बस्तर जिले के सभी जिला मुख्यालयों में बीएड और डीएड कॉलेज खोले जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन की शुरूआत माँ दंतेश्वरी देवी को नमन करते हुए की, साथ ही आदिवासी जनजाति समुदाय के देवी-देवाताओं को भी नमन किया। विश्व आदिवासी दिवस अमर रहे नारे के साथ उन्होंने राज्य सरकार द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि बस्तर जो शांति का टापू है, शस्य श्यामला है, प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है। बस्तर में साफ दिल के लोग हैं, भोले-भाले लोग हैं, मेहनतकश और ईमानदार लोग हैं। पिछले कुछ वर्षों से जो भय का माहौल बना था, आज वह भय से उन्मुक्त होते जा रहे हैं। आज हिंसक घटनाओं में बहुत कमी आई है और उसका लाभ जनता उठा पा रही है। लोग आसानी से व्यापार-व्यवसाय कर रहे हैं, शिक्षा से, रोजगार से जुड़ रहे है और अपनी संस्कृति से जुड़कर संरक्षित एवं संवर्धित कर रहे हैं। जिस सुंदर बस्तर की कल्पना हमारे पुरखों ने की थी, आज उसे साकार करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार दिन रात मेहनत कर रही है। 

उन्होंने कहा कि आदिवासियों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का काम किया है। हजारों साल से जंगल से आदिवासियों का नाता रहा है। जो जंगल आज बचा है वह आदिवासी भाइयों के कारण बचा है, वही उनके साथ जीवन यापन करते हैं, उसे सुरक्षित रखते हैं। यही कारण हैं कि हम लोगों ने सर्वाधिक वन अधिकार पट्टा पूरे देश में देने का काम किया है। हमने लोगों को सामुदायिक दावा अधिमान्य पत्र दिया।  वन संसाधन अधिकार भी उनको दिया है। अब तो व्यक्तिगत दावा है उसमें ऋण पुस्तिका भी बनने लगा है, उसमें लोन भी मिलने लगा है और उसमें धान की फसल बेचने का अधिकार मिला है।

अंदरुनी क्षेत्रों में अब कोई सड़क काटी नहीं जाती है, वहां भी लोग अब सड़कों की मांग कर रहे हैं। लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकें इसलिए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से घर के पास ही लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गई है। आज हम 67 प्रकार के वनोपज खरीद रहे हैं। शिक्षा की बात करें तो बस्तर में बच्चे फरार्टे से अंग्रेजी में बात कर रहे हैं और बड़े-बड़े लोग जो अंग्रेजी बोलने वाले हैं वह भी दांतो तले उंगली दबा ले रहे हैं। इस प्रकार से न केवल स्कूल बल्कि अंग्रेजी कॉलेज भी हमारे राज्य में खोले जा रहे हैं। हम सब मिलकर बस्तर जो शांति का टापू है, शस्य श्यामला है, प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है। बस्तर में साफ दिल के लोग हैं, भोले-भाले लोग हैं, मेहनतकश लोग हैं ईमानदार लोग हैं। पिछले कुछ वर्षों से जो भय का माहौल बना था, आज वह भय से उन्मुक्त होते जा रहे हैं। आज हिंसक घटनाओं में बहुत कमी आई है और उसका लाभ जनता उठा पा रही है। लोग आसानी से व्यापार-व्यवसाय कर रहे हैं, शिक्षा से, रोजगार से जुड़ रहे है और अपनी संस्कृति से जुड़ रहे हैं।  जिस सुंदर बस्तर की कल्पना हमारे पुरखों ने की थी, हमारा प्रयास आज उसे साकार करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार दिन रात मेहनत कर रही है

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सम्भागीय मुख्यालय जगदलपुर में 100 करोड का इंडोर स्टेडियम की घोषणा की, शासकीय महाविद्यालय तोकापाल एवं लोहंडीगुड़ा में 50-50 सीटर बालक बालिका छात्रावास का निर्माण, उद्यमी विकास संस्थान गीदम रोड एवं जगदलपुर में आदिवासियों के संस्कृति के प्रतीक बुढ़ादेव गुडी निर्माण एवं मूर्ति स्थापना। भीमराव अम्बेडकर पूर्व मा.शाला बलिराम कश्यप वार्ड जगदलपुर का हाई स्कूल में उन्नयन। ग्राम बोदली से कहचेनार तक 10 कि.मी. नवीन डामर सड़क निर्माण। मुण्डागढ़ से लूलेर दलदली मलकानगिरी (ओडिसा) मार्ग लम्बाई 11 कि.मी मार्ग निर्माण। जगदलपुर में इंडोर स्टेडियम निर्माण कार्य। धरमपुरा, जगदलपुर में पुलिस थाना भवन निर्माण की स्वीकृति। आदिवासी समाज के रोजगार संवर्धन हेतु शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, डिमरापाल में स्थित 07 दुकानों को आदिवासी समाजों को आबंटित किया जाएगा।

मडरीमहु- उरुकपाल-कुमाकोलेंग लम्बाई 14.50 कि.मी. मार्ग निर्माण। मडरीमहु से उसकपाल तक लम्बाई 5 कि.मी. सड़क निर्माण। अलेवाही से ककनार तक पक्की सड़क निर्माण लम्बाई 30 कि.मी. सड़क निर्माण। बालक आश्रम बुरगुम वि.ख. बास्तानार हेतु भवन निर्माण की स्वीकृति। बालक आश्रम बोदली वि.ख. लोहण्डीगुडा हेतु भवन निर्माण की स्वीकृति। जिला न्यायालय जगदलपुर चौक जगदलपुर का नामकरण भूमकाल चौक के नाम पर किया जाना। जिला बस्तर के धरमपुरा में धरमु माहरा के नाम से प्रवेश द्वार निर्माण की स्वीकृति।  अवरतीह नदी में उच्च स्तरीय पुलिया निर्माण। हाई स्कूल नेतानार का हायर सेकण्डरी स्कूल में उन्नयन। शासकीय कन्या हाई स्कूल बड़े किलेपाल का हायर सेकेण्डरी स्कूल में उन्नयन। मक्का प्रोसेसिंग इकाई कोकोड़ी जिला कोंडागांव का नामकरण माँ दंतेश्वरी नमक्का प्रोसेसिंग ईकाई कोकोड़ी जिला कोंडागांव किया जाना। शासकीय आदर्श कन्या महाविद्यालय कोंडागांव का नामकरण प्रमिला देवी नाग शासकीय आदर्श महाविद्यालय कोंडागांव किया जाना। शासकीय पॉलीटेक्निक कांकेर का नामकरण घरमन देव कंडरा शासकीय पॉलीटेक्निक कांकेर किया जाना।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोंडी, हलबी, भतरी और धुरवी बोली के लोकगीतों के संकलन का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने बादल (बस्तर नृत्य, कला एवं साहित्य अकादमी) के स्टूडियो और वेबसाइट का शुभारंभ किया। उन्होंने बादल की त्रैमासिक पत्रिका का विमोचन भी किया। साथ ही कांगेर घाटी के 15 गुफाओं की जानकारी पर आधारित कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। आमी आंव बस्तरिया लोकगीत के वीडियो का भी मुख्यमंत्री ने विमोचन  किया।