
बिलासपुर
उम्रकैद की सजा काट रहे बंदी को पेशी के लिए दुर्ग न्यायालय ले जाया गया था, पेशी के बाद बंदी को सेंट्रल जेल बिलासपुर लाया जा रहा था कि वह बाथरुम जाने का बहाना बनाकर पुलिस टीम को चकमा देकर सिलयारी के पास शिवनाथ एक्सप्रेस से कूद कर भाग निकला। रेलवे पुलिस ने मामले में जीरो अपराध दर्ज कर डायरी रायपुर भेज दी है।
पुलिस के अनुसार डकैती व हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी सुनील कुमार उर्फ बलिकरण पिता कंचन साहू निवासी गोपालपुर थाना चांदपुर जिला फतेहपुर उत्तरप्रदेश को बिलासपुर पुलिस दुर्ग पेशी में लेकर गई थी। बुधवार को पेशी के बाद प्रधान आरक्षक देवचरण मरावी व आरक्षक विकास कुर्रे बंदी सुनील उर्फ बलिकरण को लेकर बिलासपुर केंद्रीय जेल लौट रहे थे। ट्रेन सिलयारी के पास पहुंची थी, इस दौरान बंदी सुनील कुमार ने प्रधान आरक्षक देवचरण से बाथरूम जाने की बात कही। बंदी के कहने पर प्रधान आरक्षक बंदी को लेकर बाथरूम करने के लिए लेकर पहुंचा। गेट के पास पहुंचते ही ट्रेन की रफ्तार कम होने की वजह से आरोपी चलती ट्रेन से कूद कर गया। प्रधान आरक्षक व आरक्षक भी उसके पीछे कूद कर पीछा करने का प्रयास किया लेकिन बंदी अंधेरे में ओझल हो गया। बंदी सुनील कुमार साहू के न मिलने पर प्रधान आरक्षक देवचरण मरावी व आरक्षक विकास कुर्रे बिलासपुर पहुंचे और जीआरपी में बंदी के भागने की शिकायत दर्ज कराई है। रेलवे पुलिस ने मामले में जीरो अपराध दर्ज कर डायरी रायपुर भेजी है।
केंद्रीय जेल जेलर आरआर राय का इस संबंध में कहना है कि बंदी सुनील कुमार दुर्ग जिले का चिंहित बदमाश था। दुर्ग जेल में बंदी के आंतक को देखते हुए दुर्ग जेल से करीब 5 माह पूर्व बिलासपुर केंद्रीय जेल शिफ्ट किया गया था। दुर्ग न्यायालय में आरोपी को धारा 326, 506 बी, 294, 34 आइपीसी के आरोप में पेश करने बिलासपुर की टीम लेकर दुर्ग पहुंची थी। आरोपी रायपुर के पास चलती ट्रेन से कूद कर भाग निकला जीआरपी बिलासपुर में अपराध दर्ज कराया गया है।
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